जिला अस्पताल के मरच्यूरी रूम के बाहर ग्रामीणों की भीड़ रही। पिपलौद खास निवासी लालसिंह ने बताया कि पत्नी करीना को डिलेवरी के लिए शुक्रवार को जिला अस्पताल में भर्ती किया था। सुबह करीब 10 बजे पत्नी ने बालक को जन्म दिया। बच्चा स्वस्थ था। डिलेवरी के समय आशा कार्यकर्ता ने आकर बताया कि सफाईकर्मी व स्टाफ 900 रुपए खर्चे के मांग रहा है। कुछ देर बाद कार्यकर्ता ने कहा कि 600 रुपए लेने पर राजी हुए हैं। उसने कहा पैसे किस बात के। यह कहकर उसने रुपए नहीं दिए।
शनिवार सुबह 11 बजे टीका लगाने के लिए बच्चे को अस्पताल में ही टीकाकरण केंद्र लेकर गया। पर्चा बनाकर वापस आया तो नर्स ने कहा कि बच्चा किसी तरह की हरकत नहीं कर रहा है। उसकी मौत हो गई है। यह सुन उनके होश उड़ गए। बच्चा की मौत प्रसव वार्ड के डॉक्टर व स्टाफ की वजह से हुई है। इन पर कार्रवाई की जाए।