घटना मंगलवार सुबह करीब 7 बजे की है। ग्राम सक्तापुर में अचानक सूरज पिता बाबू राठौर (50) के मकान में आग लग गई थी। इस समय सूरज के घर का दरवाजा अंदर से बंद था वह अंदर ही सो रहा था। इस दौरान लगी आग से पुरा मकान जलने लगा। सूरज बीमार होने से निकल भी नही पाया और बिस्तर पर ही पड़ा रहा। वहीं आग ने उसे अपने चपेट में ले लिया। वह पूरी तरह से जल गया जिससे मौके पर ही मौत हो गई।
घर से भागकर बचाई जान
सूरज राठौर के मकान आसपास दयाराम राठौर और शंकर राठौर के मकान का मकान हैं। सूरज का मकान दोनों मकानों के बीच में हैं। आग दोनों के मकानों तक पहुंच गई थी। सुबह दोनों परिवार के लोग सो रहे थे, केवल महिलाएं ही उठी हुई थी। वे चाय बनाने की तैयारी कर ही रही थी घर के अंदर से धुंआ निकलने लगा। जिसके बाद उन्होंने परिवार के सभी लोगों को जगाया। समय रहते दोनों परिवार के घर से बाहर निकल आए। जिसके बाद कुछ ही देर में दोनों मकानों से आग की लपटे निकलने लगी।
इसलिए बड़ी आग, नहीं बचा कुछ भी
सक्तापुर गांव में अधिकांश मकान लकड़ी से बने हुए हैं। जिन मकानों में आग लगी सभी में लकड़ी का अधिक उपयोग किया गया था। सागौन सहित अन्य लकड़ी लगी हुई थी। अचानक लगी आग लगने से लकड़ियों ने आग पकड़ ली। जिससे आग एक मकान से आसपास के तीन मकानों तक पहुंच गई। आग इतनी भयावह हो गई थी की लोग दूर ही खड़े रहे। सूरज के दरवाजे के बाहर लोगों की भीड़ रही लेकिन कोई थी अंदर जाकर उसे बचाने की हिम्मत नहीं दिखा पाया।
मां इंदौर में बेटी के पास गई
सक्तापुर के सरपंच सुनिल राठौर का कहना है कि 3 घरों में आग लगी है। सुबह 7 बजे परिवार के कुछ लोग बाड़े तरफ चले गए थे। सूरज घर में अकेला था। उसकी मां कुछ दिनों से बेटी के घर इंदौर गई हुई है। आग लगने के बाद वह उठ नहीं पाया।
घटना की जानकारी लगने पर नर्मदानगर थाना प्रभारी निरीक्षक विकास खींची थाने स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे। मूंदी, पुनासा और ओंकारेश्वर के दमकल वाहनाें से आग बुझाने का काम शुरू हुआ। जो सुबह करीब 11:30 बजे तक चलता रहा। थाना प्रभारी खींची ने बताया की शॉर्ट सर्किट से आग लगी है। तीन मकान जल गए हैं, जिसमें एक मकान में जलने से एक व्यक्ति की मौत हो गई।