मदनगंज-किशनगढ़.
दो बंदूकधारी नकाबपोश लुटेरे बैंककर्मियों को बंधक बनाकर शनिवार अपराह्न इंडियन बैंक शाखा से 4 लाख की नकदी लूट कर भाग गए। लुटेरों ने कैश काउंटर से पैसा निकालकर जल्द उन्हें देने अन्यथा बैंक समेत कर्मियों को डायनामाइट लगाकर उड़ाने की धमकी भी दी। लुटेरों ने टिमटिमाती लालबत्ती युक्त एक डायनामाइट जैसा यंत्र बैंक की दीवार पर लगा दिया। इससे घड़ी चलने जैसी आवाज सुनाई देने लगी। इससे डरे सहमे बैंककर्मियों ने कैश काउंटर से नकदी एकत्र कर थैली में डालकर लुटेरों को थमा दी। रुपयों से भरी थैली हाथ लगते ही दोनों लुटेरे उन्हें स्टेशनरी कक्ष में बंद कर भाग गए। इसके बाद असिस्टेंट ब्रांच मैनेजर पवन मित्तल ने बैंक के पास ही स्थित चाय वाले युवक को फोन कर बुलाया और स्टेशनरी कक्ष का दरवाजा खुलवाया। इसके बाद पुलिस को जानकारी दी गई। सूचना मिलने पर डिप्टी मनीष शर्मा एवं मदनगंज थाना पुलिस ने मौका मुआयना किया। बैंक के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज में लुटेरे नजर आ रहे हैं।
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पैदल दौड़े, फिर बाइक पर भाग गए
लॉकर में बच गई 2 लाख की नकदी
मदनगंज-किशनगढ़. नकाबपोश लुटेरों ने मात्र तीन मिनट में वारदात को अंजाम दिया। वह अपराह्न 3.15 बजे बैंक में घुसे और मात्र 3 मिनट में थैली में रुपए लेकर निकल गए। बैंक से निकलने के बाद वह कुछ दूर तो पैदल गए। उसके बाद वह सड़क किनारे खड़ी अपनी मोटरसाइकिल से भाग गए। जांच में जुटी मदनगंज थाना पुलिस को मौका स्थल से कई सबूत हाथ लगे हैं।
बैंक में मैनेजर कुलदीपसिंह थोलिया, असिस्टेंट ब्रांच मैनेजर पवन मित्तल समेत स्पेशल असिस्टेंट सुनील एवं दो अस्थायी कर्मी बंटी और अभिषेक भी थे। लुटेरों ने सभी को बंधक बनाकर वारदात की।आरोपी युवक के बैंक में घुसते ही असिस्टेंट ब्रांच मैनेजर मित्तल ने उसे हेलमेट उतारने को कहा। इस पर उसने बंदूक निकाल उन पर तान दी। जान से मारने की धमकी पर बैंककर्मियों ने कैश काउंटर से सभी पैसा उसकी थैली में डाल लिया। इसके बाद लुटेरों ने बैंककर्मियों के पास कौन-कौनसी गाडिय़ां हैं यह जानकारियां मांगी। सभी ने मोटरसाइकिलें होने की बात कही।
एक का रंग काला, दूसरा सावले रंग काबैंककर्मियों ने बताया कि एक लुटेरे का रंग काला जबकि दूसरे का रंग सांवला था। वह दोनों धमकियां देने के दौरान शहरी हिन्दी भाषा बोल रहे थे। भागते समय एक लुटेरे ने दीवार पर चिपकाया डायनामाइट जैसा यंत्र भी उतार लिया और साथ लेकर भाग गए। बैंक मैनेजर ने बताया कि लॉकर में बैंक के 2 लाख रुपए थे, लेकिन लुटेराें को लॉकर की जानकारियां नहीं दी गई और यह नकदी बच गई।
रैकी के बाद ही वारदातसीसीटीवी फुटेज के अनुसार अजमेर रोड की तरफ से दोनों लुटेरे मोटरसाइकिल पर आए और बैंक से कुछ दूरी पर मोटरसाइकिल को खड़ा कर दिया। बैंक में उपभोक्ताओं की भीड़ होने से वह कुछ देर बाहर ही खड़े रहे। जैसे ही बैंक से उपभोक्ता बाहर आए वह दोनों बैंक के भीतर घुसे। इसके बाद वारदात अंजाम दी। प्रथमदृष्टया रैकी के बाद ही वारदात अंजाम देने की बात सामने आ रही है।