मदनगंज-किशनगढ़. पर्युषण पर्व के छठे दिन रविवार को उत्तम संयम धर्म दिवस के दिन मुनि सुव्रतनाथ दिगम्बर जैन पंचायत के अध्यक्ष विनोद पाटनी ने कहा कि संयम का अर्थ है भोग की अति और त्याग की अति से ऊपर उठ जाना। संयम ही मोक्ष मार्ग है। संयम के अभाव में जीव दुर्गतियों के चक्कर लगाता है। जब तक संयम नहीं, तब तक यह मनुष्य जीवन पशु के समान है। संयम को मात्र मनुष्य ही धारण कर सकता है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार फूलों का सार इत्र से होता है उसी प्रकार मनुष्य जीवन का सार चरित्र से होता है।
बड़ों संग बच्चों ने भी किया श्रीजी का अभिषेक और पूजनमदनगंज-किशनगढ़. मुनि सुव्रतनाथ दिगंबर जैन पंचायत के तत्वाधान में रूपनगढ़ रोड स्थित मुनि सुव्रतनाथ मंदिर में पर्युषण पर्व के छठे दिन रविवार को उत्तम संयम धर्म दिवस एवं धूप दशमी पर्व के मौके पर सुबह श्रीजी के पंचामृत अभिषेक, शांतिधारा व पूजन किया गया। उपाध्यक्ष दिलीप कासलीवाल ने बताया कि शांतिधारा करने का सौभाग्य माणकचंद पदमचंद नरेंद्र कुमार राजेश कुमार गंगवाल परिवार कडैल वाले को प्राप्त हुआ। छोट बच्चों ने भी श्रीजी के अभिषेक व दर्शन किए। भक्तों ने पंच परमेष्ठी पूजन, 20 तीर्थंकर पूजन, पंच मेरु पूजन, नव देवता पूजन, सोलह कारण पूजन, दसलक्षण पूजन, णमोकार मंत्र पूजन, भगवान आदिनाथ पूजन एवं भगवान शांतिनाथ का पूजन किया गया। सामायिक, प्रतिक्रमण कर यथाशक्ति अनुसार व्रत एवं उपवास रखें। सायंकालीन पंच परमेष्ठी, मुनि सुव्रतनाथ भगवान, महावीर भगवान, पार्श्वनाथ भगवान, आचार्य वर्धमान सागर, पद्मावती माता एवं क्षेत्रपाल बाबा की वीर संगीत मंड़ल की मधुर स्वर लहरियों पर नाचते गाते भक्ति भाव से संगीतमय आरती की गई। संध्याकालीन धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत उत्तम संयम धर्म पर दिगम्बर जैन वीर संगीत मंडल ने जैन तीर्थ दर्शन प्रतियोगिता का आयोजन किया। उत्तम तप धर्म दिवस के दिन सोमवार को अखिल भारतीय पुलक जन चेतना मंच की ओर से 10 वर्ष से अधिक उम्र की बालिका एवं महिला वर्ग के लिए नारी गौरव फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता होगी।
धूप खेवने के लिए मंदिरों में लगा तांतासकल दिगंबर जैन समाज की ओर से भाद्रपद शुक्ला दशमी रविवार को धूपदशमी पर्व मनाया गया। किशनगढ़ व मदनगंज क्षेत्र के सभी जैन मंदिरों में दर्शन करते हुए धूप खेवने के लिए जैन समाज के लोग उमड़े। महिलाओं ने व्रत व उपवास रखते हुए पूजन किया। पर्व के चलते मंदिरों में आकर्षक सजावट के बीच झांकियां सजाई गई एवं रंगोली सजाओ प्रतियोगिता भी हुई।