कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के विरोध में जूनियर डॉक्टरों का आमरण अनशन शनिवार को विजयादशमी के त्योहार के साथ आठवें दिन में प्रवेश कर गया। शुक्रवार आधी रात के बाद दो और जूनियर डॉक्टर अलोलिका घोरुई और परिचय पांडा अन्य छह डॉक्टरों के साथ एस्प्लेनेड में भूख हड़ताल पर बैठ गए। इस प्रकार प्रदर्शनकारियों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है। जबकि कोलकाता समेत राज्य में दुर्गा पूजा की धूम मची है। लोग पंडालों में जाकर देवी के दर्शन कर रहे हैं। दूसरी तरफ आईएमए ने कहा कि कोलकाता में जूनियर चिकित्सकों की अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल से पैदा हुई स्थिति को संभालने के लिए उनकी जायज मांगों को मानना पश्चिम बंगाल सरकार का दायित्व है। आईएमए ने आंदोलनकारियों से विरोध प्रदर्शन का तरीका बदलने की अपील भी की। आर जी कर बलात्कार-हत्या मामले में पीड़िता को न्याय दिलाने समेत कई मांग कर रहे जूनियर चिकित्सकों के साथ एकजुटता दिखाते हुए भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) ने कहा कि वे अपने बलिदान और दृढ़ संकल्प के दम पर न्याय के इस आंदोलन को इस स्तर तक ले आए हैं।