कोटा. नगर निगम कोटा दक्षिण की टीम ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए निगम के 8 करोड़ रुपए से अधिक कीमत के 9 भूखंडों से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की।दक्षिण निगम उपायुक्त राजेश डागा ने बताया कि निगम की योजना क्षेत्र के इन भूखंडों पर भूमाफियाओं की ओर से अतिक्रमण किए हुए थे। इस पर निगम की ओर से मंगलवार को कार्रवाई करते हुए निगम की टीम ने इन भूखंडों से कब्जे हटाए गए।
उपायुक्त ने बताया कि तलवण्डी प्रथम स्थित भूखंड संख्या सी-364-ए से अतिक्रमण हटाकर निगम की ओर से भूखंड का विद्युत कनेक्शन निगम कोटा दक्षिण की सम्पत्ति का बोर्ड लगवाकर अतिक्रमी को बेदखल किया गया। इसी प्रकार तलवंडी स्थित भूखंड संख्या 299 पर दुकान में चल रहे मैस के संचालन को मानवीय आधार पर भूखण्ड पर निर्मित दुकानों को खाली करने के लिए तीन दिवस का समय दिया गया। भूखंड संख्या 516, 517-ए पर पड़ौसी की ओर से भूखंड पर लोहे की जालियां लगाकर किया गया कब्जा हटाने की चेतावनी दी गई। महावीर नगर प्रथम में भूखंड संख्या 528 व 530 की चारदीवारी तोड़कर निगम सम्पत्ति के बोर्ड लगाए गए। महावीर नगर प्रथम में टीम ने भूखण्ड संख्या 333 से अतिक्रमी रामलाल गुर्जर की ओर से बनाए गए मवेशियों के बाड़े एवं टापरी को हटाने चेतावनी दी गई।
इन्द्रा विहार स्थित भूखंड संख्या एस-53-ए पर अतिक्रमण कर चलाया जा रहे कैफे को पांच दिन में अतिक्रमण हटाने का समय दिया। इन्द्रा विहार के एस-63-ए से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की। उन्होंने बताया कि भूखंडों पर भूमाफियों की ओर से किए गए कब्जों के मामले में संबंधित थानों में मामले दर्ज करवाए जाएंगे। भूमाफियों के खिलाफ निगम की ओर से अभियान निरन्तर जारी रहेगा। कार्रवाई में उपायुक्त राजस्व दिनेश शर्मा, राजस्व अधिकारी विजय अग्निहोत्री, सहायक अभियन्ता तौसिफ खान, अतिक्रमण प्रभारी मुकेश तंवर समेत होमगार्ड दस्ता मौजूद रहा।
बिजली कंपनी से मांगे दस्तावेज
उपायुक्त ने विद्युत कम्पनी केईडीएल को नोटिस जारी करते हुए निगम के स्वामित्व के भूखंड़ों पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कनेक्शन देने के मामले में अवैध कनेक्शनों के दस्तावेज प्रस्तुत करने को लिखा। ऐसा नही करने पर बिजली कम्पनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।