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Nagaur patrika…जीरे एवं ईसबगोल के साथ अन्य जिंसों के भावों में कमी से काश्तकार मायूस…VIDEO

नागौर. कृषि उपज मंडी के कारोबार में 80 प्रतिशत से 90 फीसदी की कमी आ गई है। कई जिंसों के भाव औंधे मुंह गिरने से व्यापार कम होने के साथ ही काश्तकारों को झटका लगा है। सीजन की शुरुआत में 26 हजार प्रति क्विंटल में बिका जीरा बुधवार को 19 हजार रुपए प्रति क्विंटल पर […]

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नागौर. कृषि उपज मंडी के कारोबार में 80 प्रतिशत से 90 फीसदी की कमी आ गई है। कई जिंसों के भाव औंधे मुंह गिरने से व्यापार कम होने के साथ ही काश्तकारों को झटका लगा है। सीजन की शुरुआत में 26 हजार प्रति क्विंटल में बिका जीरा बुधवार को 19 हजार रुपए प्रति क्विंटल पर बिका। यानि की सीजन से अब तक अकेले जीरा के भाव में ही 7 हजार रुपए प्रति क्विंटल की कमी आई है। इसी तरह की स्थिति अन्य जिंसों में ईसबगोल, सरसों एवं ग्वार आदि की भी रही है।

जिंसों के भावों में आई कमी के चलते कृषि उपजमंडी में काश्तकारों की चहल-पहल कम हो गई है। मंडी में जीरा, ग्वार, सरसो, असालिया आदि के भावों में अप्रत्याशित रूप से कमी आई है। कारोबार में शामिल ज्यादातर जिंसों के भाव गिरने से कृषि मंडी का कारोबार भी इन दिनों तीन से चार करोड़ तक सिमटकर रह गया है। जबकि चार माह पूर्व ही मंडी का प्रतिदिन का कारोबार 12 से 13 करोड़ तक हो रहा था। व्यापारियों में कृषि मंडी के पवन भट्टड़ ने बताया कि मंडी में फिलहाल मंडी में जिंसों के भावों में आई कमी के कारण व्यापार प्रभावित हुआ है। अब नई उपज की आवक होने पर हालात बेहतर हो पाएंगे। मंडी में आ रही। जिंसों में दो माह पूर्व ही 5300 में बिका ग्वार 4900 में, 18 हजार में बिकी सरसों 6150 में ं बिकी दानामेथी के भावों में कमी आई है इन जिंसों के भावों गिरने के बाद भी मायूस होते काश्तकारों की आवक कम होने लगी है।
इनका कहना है…
जिंसों के भाव में बढ़ोत्तरी मांग एवं उत्पादन के अनुरूप होती है। जीरा एवं ईसबगोल सहित सभी जिंसों के भावों में कमी आई है। स्थिति जल्द ही बेहतर होने की उम्मीद है।
मूलचंद भाटी, अध्यक्ष कृषि उपजमंडी व्यापार मंडल