नागौर. श्रीश्याम परिवार सेवा समिति की ओर से सोनीबाड़ी में सोमवार को श्याम बाबा का दरबार सजेगा। इसके उपलक्ष्य में रविवार को समिति की ओर से बंशीवाला मंदिर से महाकाल सहित अन्य देवी-देवताओं की सजीव झांकियों के साथ शोभायात्रा निकली। शोभायात्रा में हनुमान, श्रीराम दरबार एवं महाकाल की झांकियों को देखने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। शोभायात्रा में शामिल श्रद्धालु खाटू श्यामजी एवं महाकाल के जयकारे लगा रहे थे। महाकाल की झांकी में साधुओं के साथ बिखरती भस्म में त्रिशूल के साथ चल रहे महादेव देखने के लिए सडक़ों के दोनों ओर श्रद्धालुओं की निगाहें लगी रही। इस दौरान गूंज रहे भजनों एवं खाटू श्यामजी की झण्डियों से वातावरण आस्था के रंग में रंगा रहा। श्रद्धालुओं के बीच चल रहे महाबली हनुमान भी आस्था का केन्द्र बने रहे। शोभायात्रा बंशीवाला से बाठडियो का चौक, मिश्रावाड़ी, भूरावाड़ी, दरावाड़ी, तेलीवाड़ा, नया दरवाजा होते हुए सोनीबाड़ी पहुंची। यहां पर यात्रा शानदार स्वागत किया गया। इस मौके पर पूरा वातावरण महाकाल व खाटू श्यामजी के जयकारों से गूंजता रहा। नागौर. खाटू श्याम की निकली शोभायात्रा में महाकाल की सजी झांकी रही आकर्षण का केन्द्र
वामन जयंती मनाई, और किया पूजन, धोए पांव
नागौर. शहर में रविवार को वामन जयंती मनाई गई। इस मौके पर वामन रूपी बच्चों के पांव धोकर उनका वामन के तौर पर भगवान विष्णु के रूप में पूजन किया गया। इस मौके पर नया दरवाजा, व्यास कॉलोनी, काठडिय़ा का चौक, गूंगसा गली, मिश्रावाड़ी, बाठडिय़ा का चौक आदि क्षेत्रों में वामन जयंती मनाई गई। श्रद्धालु महिलाओं ने वामन स्तोत्र, भगवान विष्णु चालीसा एवं विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्र पढ़े।
दीप महायज्ञ में जले 21 सौ दीपक
नागौर. अखिल विश्व गायत्री परिवार ट्रस्ट की ओर से व्यास कॉलोनी स्थित शिव हनुमान मंदिर में दीप महायज्ञ में 21 सौ दीपक प्रज्जवलित किए गए। गायत्री परिवार से जुड़ी महिलाएं अपने घरों से 11-11 दीपक प्रज्जवलित कर उसे थाल में लेकर मंदिर परिसर में पहुंची तो पूरा मैदान दीपक की रोशनी से से जगमगाता रहा। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य ट्रस्टी भोजराज सारस्वत , दलाराम चौधरी ने पंडित श्रीराम शर्मा एवं गायत्री मात्रा के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर की। इस मौके पर मुख्य ट्रस्टी भोजराज सारस्वत, रामेश्वर सारस्वत एवं दलाराम चौधरी ने कार्यक्रम की प्रासंगिकता पर विस्तार से प्रकाश डाला।
तप के बिना कर्मों का नाश नहीं होता
नागौर. दशलक्षण पर्व पर चल रहे कार्यक्रमों में चल रहे प्रवचन में आचार्य चैत्यसागर महाराज ने कहा कि इच्छा का निरोध और अनासक्ति ही सबसे बड़ा तप है। उत्तम तप धर्म का सब ग्रंथों में उल्लेख मिलता है कर्म रूपी पर्वत को नष्ट करने के लिए यह वज्र के समान है। तप से ही मुक्ति के द्वार खुलते है। तप पकने की प्रयोगशाला है। जो तपता नहीं वो पकता नहीं। आत्मा की शुद्धि तपश्चरण से होती है। तपने के बाद ही आत्मा परमात्मा बनती है। फसल तपती है तभी पकती है।धरती, सूरज, दीपक सभी तपते हैं। तीर्थंकरों का भी उपदेश है की तपो। तप के बिना कर्मों का नाश नहीं होता। तपे बिना आत्मशुद्धि भी नहीं होती। आत्मा को स्वर्ण बनाना है तो इसे तपाना पड़ेगा। खुद में खुद को पाना ही तप है।मुक्ति के लिए तप अंतिम और एक मात्र जतन है। दिगंबर जैन साधुओं की पिच्छिका भी तप का ही परिचायक है दिखने में हल्की लगती है लेकिन उठाने के लिए पसीने आ जाते है क्योंकि इसे लेने के दिगंबर साधु दीक्षा लेने पड़ती है।जैन साधु की पिछी संयम और अहिंसा का उपकरण तो है ही त्याग और तप का भी शाश्वत प्रमाण है। जिस प्रकार से राग द्वेष मोहरूप मैल भिन्न हो जाए तथा शुद्ध ज्ञान दर्शनमय आत्मा भिन्न हो जाए वह तप है। उत्तम तप की स्वाभाविक परिणति त्याग पर आकर ही पूर्ण होती है। इस दौरान खुशबू, प्रतुल पहाडिय़ा, राहुल बडज़ात्या, दिप्ती जैन, डोली बडज़ात्या, यश पहाडिय़ा, क्रिश पाटनी, पदम बागड़ा, बबिता कासलीवाल, दिव्या जैन, नवलीबाई कासलीवाल एवं कोमल के उपवास का रविवार को सातवां दिन रहा।
दिव्यांग जनहित सेवा संस्थान की बैठक में चर्चा
नागौर. दिव्यांग जनहित सेवा संस्थान की रविवार को प्रदेश अध्यक्ष रमेश गर्वा की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई। इसमें सुझाव दिया गया कि पेंशन 1150 से बढ़ाकर तीन हजार करने, बीपीएल राशन कार्ड बनाने, प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने, दिव्यांगों का बैकलाग निकालकर खाली पदों को भरने, रोजगार उपलब्ध कराने, शादी अनुदान 40 प्रतिशत वालों का भी पांच लाख करने, पंचायतीराज में 10 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने चाहिए।
जांगिड़ समाज का प्रतिभा सम्मान समारोह होगा आज
नागौर. विश्वकर्मा विकास समिति की ओर से सोमवार को सुबह 11 बजे ताऊसर के बालसागर नगर में जांगिड़ सुथार समाज प्रतिभा प्रोत्साहन समारोह का आयोजन किया जाएगा। अशोक कांगसिया ने बताया कि इस मौके पर सुुबह नौ बजे विश्वकर्मा भवन इंद्रा कॉलोनी से ताऊसर तक बाइक रैली निकलेगी। इसमें 225 प्रतिभाओं का सम्मान किया जाएगा। कार्यक्रम में शंकर कुलरिया मुख्य अतिथि रहेंगे, और अध्यक्षता विश्वकर्मा कौशल विकास बोर्ड अध्यक्ष रामगोपाल सुथार करेंगे।
मंदिरों में पूजन के साथ समझाई उत्तम त्याग धर्म महत्ता
नागौर. सकल दिगंबर जैन समाज के मंदिरों एवं नसिया में रविवार को आचार्य चैत्य सागर महाराज के सानिध्य में उत्तम धर्म का पूजन किया गया। इस मौके पर हुए प्रवचन में आचार्य चैत्य सागर महाराज ने उत्तम त्याग धर्म पूजन की महत्ता पर विस्तार से प्रकाश डाला। साधक एवं साधना की महत्ता समझाते हुए कहा कि जिनवाणी व जैन आगम के अनुसार उत्तम त्याग समस्त संसार में श्रेष्ठ है।त्याग का दूसरा अर्थ विसर्जन अर्थात दान है। यह दान औषधिदान शास्त्रदान अभयदान और अहारदान के भेद से चार प्रकार का है। यह तो व्यवहार त्याग है।निश्चय त्याग राग द्वेष के त्याग को कहते हैं। घर में धन संपत्ति वैभव हो तो दान करना चाहिए यही श्रेष्ठ है नहीं तो नष्ट हो जायेगा साथ रहने वाला नहीं है।धन्य है वे साधु जो शास्त्र दान व अभय दान के देने वाले हैं और राग द्वेष का त्याग करने वाले हैं। बिना दान के श्रावक और साधु दोनों ही सम्यग्ज्ञान को प्राप्त नहीं होते। भोगों की मंशा से खड़े किए हुए महल खंडहर में तब्दील हो जाते ह,ैं लेकिन त्याग साधना के मंदिर हजारों साल खड़े रहते हैं।