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वीडियो : विजयादशमी से हुई नागौर शहर में ऑक्सीजोन तैयार करने की शुरुआत

राजस्थान पत्रिका के हरयाळो राजस्थान अभियान के तहत 121 पौधे लगाए

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नागौर. शहर के एक बड़े भू-भाग पर ऑक्सीजोन तैयार करने की दिशा में विजयादशमी के शुभ अवसर पर शनिवार को पशुपालन विभाग के करीब 8-10 बीघा खेत में पौधरोपण अभियान की शुरुआत की गई। इस मौके पर एसपी नारायण टोगस के मुख्य आतिथ्य में आयोजित कार्यक्रम में सभापति मीतू बोथरा, पद्मश्री हिम्मताराम भांभू, दानदाता रामानंद बूब व संपती देवी बूब विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। अतिथियों की मौजूदगी में शहर के प्रबुद्ध नागरिकों ने बड़, पीपल, करंज, नीम, जामून सहित विभिन्न प्रजाति के 121 पौधे लगाए। पशुपालन विभाग के खेत को ऑक्सीजोन बनाने की दिशा में शुरुआत विजयादशमी से की गई है। इस कार्य को अगले वर्ष भी जारी रखा जाएगा, ताकि पूरे खेत में सैकड़ों पौधे लगाकर पेड़ बनाया जा सके। पौधरोपण कार्य में मुख्य भूमिका निभाने वाले सुखराम चौधरी व व्याख्याता धनराज खोजा ने बताया कि पौधों की सुरक्षा के लिए चारों तरफ तारबंदी करवाकर खाई खुदवाई गई है। साथ ही पानी पिलाने के लिए बूंद-बूंद सिंचाई प्रणाली विकसित की गई है। पौधों को समय-समय पर बूंद-बूंद सिंचाई के तहत पानी दिया जाएगा।

ऐसे ही कारवां बढ़ता जाएगा

मुख्य अतिथि एसपी टोगस ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पौधरोपण अभियान की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस सीजन में वे 17-18 कार्यक्रम में शामिल हो चुके हैं, जिनमें करीब दस हजार पौधे लगाए जा चुके हैं। पद्मश्री भांभू से प्रेरणा लेकर कई लोगों ने पौधे लगाने का बीड़ा उठाया है और धीरे-धीरे यह कारवां बनता जाएगा। पौधरोपण के प्रति आई इसी जागरुकता के चलते आने वाले दिनों में नागौर हरा-भरा होगा। मिर्धा कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. शंकरलाल जाखड़ ने राजस्थान पत्रिका के सामाजिक सरोकारों की सराहना करते हुए कहा कि सामूहिक रूप से किए गए सकारात्मक प्रयासों का परिणाम हमेशा सुखद ही आएगा। उन्होंने पौधों की नियमित देखभाल करने का आह्वान किया।

पेड़ भेदभाव नहीं करते, सबको समान रूप से देते हैं

पद्मश्री हिम्मतारामभांभू ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कार्यक्रम में सहयोग देने वाले सभी लोगों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि पेड़ ही ऐसे हैं, जो भेदभाव नहीं करते, ये सबको छाया, फल, फूल, पत्ते एवं आश्रय देते हैं। यहां मनुष्य भी शरण लेता है और जीव-जन्तु भी। भांभू ने कहा कि वर्ष 2021 में सुप्रीम कोर्ट में पेश की गई एक रिपोर्ट के अनुसार 100 साल के एक पेड़ की कीमत एक करोड़ है और अधिकतम पेड़ों की उम्र 500 से 700 साल होती है, ऐसे में एक बार पेड़ लगाने के बाद वे देते ही देते हैं, लेते कुछ नहीं हैं। इसलिए अधिक से अधिक पेड़ लगाएं। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय नागौर से मंजू सिरोहीवाल ने कहा कि प्रकृति हमें नि:शुल्क देती आई है, पर बदले में हमने प्रकृति का दोहन कर उसके साथ अन्याय किया है। प्रकृति हमारी मां है, जो हमें निस्वार्थ दे रही है, उसके हम कर्जदार हैं। अत: हमें प्रकृति का संरक्षण करना अति आवश्यक है। समय रहते हम सबको मिलकर सकारात्मक सोच रखकर प्रकृति के बचाव के कदम उठाने चाहिए। राजस्थान पत्रिका के संपादकीय प्रभारी नागेश शर्मा ने अतिथियों व शहरवासियों का आभार जताते हुए पत्रिका के सामाजिक सरोकार के तहत शहर में किए गए कार्यों की जानकारी दी। इस मौके पर दानदाता परिवार सहित अतिथियों का माला, शॉल व साफा पहनाकर स्वागत किया गया।

इनका रहा सहयोग

पौधरोपण कार्यक्रम के दौरान गो चिकित्सालय के व्यवस्थापक श्रवण विश्नोई व उनकी टीम, नाथूराम मिर्धा ट्रस्ट छात्रावास के वार्डन दीनाराम व विद्यार्थी एवं पुलिस विभाग के पुलिसकर्मी व होमगार्ड ने श्रमदान किया। इसी प्रकार कार्यक्रम को सफल बनाने में मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय आयोग भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंद्र व्यास, प्रदेश अध्यक्ष (यूथ प्रकोष्ठ) राजाराम भाकल, प्रदेश अध्यक्ष श्रवणराम बिडियासर, पार्षद नवरतन बोथरा, सांई सेवा समिति के अध्यक्ष परमाराम जाखड़, जिला साक्षरता अधिकारी अर्जुनराम लोमरोड़, पूर्व सरपंच राजाराम चौधरी, पूर्व जिला खेल अधिकारी भंवराराम सियाक, उप प्रधानाचार्य दरियाव चौधरी, रामप्रकाश बिशु, देवीकिशन लोहिया, प्रोफेसर जगदीश झींझा, देवाराम गोदारा, मेहराम धोलिया, हनुमानराम जाखड़, भंवराराम दंतुलिया, केसवदास जी बगीची के महंत जानकीदास, एडवोकेट गोविन्द कड़वा, बाबूलाल गहलोत, हरिओम योग योग ग्रुप के अध्यक्ष पन्नालाल सुथार, रामनिवास सोनी, रामदेव भालिया, अणदाराम तरड़, अनाराम प्रजापत, वन विभाग के रेंजर हेमेंद्र फिड़ौदा, सहायक वनपाल पुष्पा लेगा, सहायक वनपाल संपत रोज, वनरक्षक सुमन खोजा, महेशचंद, सुरेश, उर्मिला नागोरा, अमित शर्मा, मियालराम चौधरी, प्रेम गहलोत, रामनिवास गोदारा, चतुर्भुज रांकावत, ओमप्रकाश सेन, जालमसिंह राठौड़, ओमप्रकाश नागोरा, कुंभाराम, दौलाराम भांभू, रिडमल सियाग, राजेंद्रसिंह परवीद, कानाराम सियाग, धर्माराम गोदारा, कमल माहेश्वरी, पप्पू पेंटर, देवीसिंह, राजू भाटी, भोजराज बजाज, राजेंद्र काला, पवन काला, पूर्व विंग कमांडर पूरणमल बेनीवाल, रामप्रकाश राठी, जगदीश मुंदड़ा, प्रेमकुमार पुरोहित, मुकेश रोज, एवं स्वयंसेवक दिलीप, राकेश, शंकरलाल, रामनारायण, विक्रम, बनवारी, बजरंगलाल, बीरमाराम, जीवनराम, हरिराम, उम्मेदसिंह, कमल किशोर, शैतानराम चांगल, टीम ब्लू से डॉ ओमप्रकाश पूनिया, डॉ राजदीप मुंदियाड़ा, प्रेम बेड़ा, रामप्रसाद कासनिया, अशोक शर्मा आदि ने पौधे लगाए।