CG News: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित अबूझमाड़ के तोयमेटा गांव से एक भावुक कर देने वाला वीडियो सामने आया है। यहां प्राथमिक शाला के मासूम बच्चे हर दिन करीब 5 घंटे पैदल चलकर जंगलों, पहाड़ों और नालों को पार करते हुए कुतुल बाजार तक स्कूल के मध्यान भोजन के लिए चावल लाने जाते हैं।
भालू और जंगली जानवरों के डर के बावजूद ये बच्चे मजबूरी में यह सफर तय करते हैं। हाथों में चावल की बोरी उठाए इन बच्चों की तस्वीरें अबूझमाड़ की शिक्षा और विकास व्यवस्था की हकीकत बयां करती हैं। शिक्षकों ने बच्चों को ही बोझ ढोने का जरिया बना दिया है। तोयमेटा और उसके आसपास के गांव आज भी बिजली, सड़क, पानी और नेटवर्क जैसी बुनियादी सुविधाओं से वंचित है।