इंदौर. पालदा क्षेत्र में संचालित घी फैक्ट्री में जिला प्रशासन व खाद्य विभाग की टीम ने कार्रवाई की। यहां से 3400 लीटर घी जब्त करने के साथ फैक्ट्री को सील किया है। यह त्वरित कार्रवाई फूड एंड ड्रग टेस्टिंग लैब के कारण भी संभव हो पाई, जिसका उद्घाटन हाल ही में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किया था। उन्होंने मिलावटखोरों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे।बुधवार को कलेक्टर शिवम वर्मा के निर्देशन में जिला प्रशासन, खाद्य औषधि प्रशासन विभाग एवं क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने बड़ी कार्रवाई की। विभाग के अनुसार यह कार्रवाई श्रीराम मिल्क एंड फूड डेरी पालदा में की गई। निरीक्षण के दौरान लगभग 3400 लीटर मिलावटी घी मिला। खाद्य अधिकारी मनीष स्वामी ने बताया, घी के नमूनों का प्रारंभिक परीक्षण इंदौर में ही नई फूड एंड ड्रग टेस्टिंग लैब में कराया गया। इसमें गुणवत्ता में गंभीर अनियमितताएं मिली। कार्रवाई के दौरान घी निर्माता का कारखाना बंद कराया गया। मिलावटी घी की कीमत लगभग 17 लाख रुपए है।प्रारंभिक जांच में वनस्पति की पुष्टिइंदौर की लैब में हुई प्रारंभिक जांच में जब्त घी में वनस्पति होना पाया गया है। परिसर में मिले विभिन्न ब्रांड-कैवल्य फ्रेश सुपर देशी घी, सब्हो डिलीशियस देसी घी, डेरी पाॅवर घी, एसआरएमआइ मदर चॉइस काउ घी, एसआरएमआइ मदर चॉइस घी, एसआरएमआइ मिल्क क्रीम काउ घी, एसआरएमआइ मिल्क क्रीम देशी घी के विभिन्न पैकिंग के एवं लूज घी के 10 नमूने जांच के लिए भेजे गए। गंभीर अनियमितताएं मिलने पर खाद्य कारोबार बंद कराया है।