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रैगिंग : गर्मी में लगवाई 350 उठक-बैठक,आरोपी सात स्टूडेंट निलंबित

डूंगरपुर. जिले का मेडिकल कॉलेज रैगिंग का गढ़ बनता जा रहा है। पिछले दिनों सीनियर्स स्टूडेण्ट्स ने प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को मेडिकल कॉलेज के पास ही स्थित पहाड़ी पर बुलाकर तपती दोपहरी में उठक-बैठक लगवाई। इसमें एक विद्यार्थी की तबीयत इतनी अधिक खराब हो गई है कि उसके किडनी और लीवर में इंफेक्शन फैल गया और उसे अहमदाबाद के निजी हॉस्पीटल में आईसीयू वार्ड में भर्ती करते हुए डायलासीस से गुजरना पड़ा है।

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डूंगरपुर. जिले का मेडिकल कॉलेज रैगिंग का गढ़ बनता जा रहा है। पिछले दिनों सीनियर्स स्टूडेण्ट्स ने प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को मेडिकल कॉलेज के पास ही स्थित पहाड़ी पर बुलाकर तपती दोपहरी में उठक-बैठक लगवाई। इसमें एक विद्यार्थी की तबीयत इतनी अधिक खराब हो गई है कि उसके किडनी और लीवर में इंफेक्शन फैल गया और उसे अहमदाबाद के निजी हॉस्पीटल में आईसीयू वार्ड में भर्ती करते हुए डायलासीस से गुजरना पड़ा है। फिलहाल विद्यार्थी खतरे से बाहर है। उपचार से लौटने पर पीडि़त विद्यार्थी के पिता की रिपोर्ट पर मेडिकल कॉलेज ने सदर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। इधर, मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने कार्रवाई करते हुए आरोपी सात स्टूडेंट को निलंबित कर दिया है।

पुलिस में मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य की ओर से एमबीबीएस बैच 2022 के देवेन्द्र मीणा, सीरजीत दाबरिया, रवीन्द्र फूलेरिया, सिद्धार्थ परिहार, अंकित यादव, विश्वेन्द्र घायल, अमर घालेल सहित अन्य स्टूडेण्ट्स के खिलाफ रैगिंग करने की रिपोर्ट दर्ज करवाई है। इसमें बताया कि 15 मई को पहाड़ी पर बुलाकर प्रथम वर्ष के विद्यार्थी प्रथम व्यास को उठक-बैठक करवाई। इससे विद्यार्थी की तबीयत बहुत अधिक खराब हो गई। प्रथम के पिता ने बताया कि तबीयत खराब होने पर उसे अहमदाबाद ले गए। यहां उसका करीब आठ दिन उपचार चला। किडनी एवं लीवर में भारी इंफेक्शन हो गया था। इससे डायलासीस भी करवाना पड़ा। पीडि़त के पिता ने दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। इधर, मेडिकल कॉलेज ने मामला सामने आने के बाद एंटी रैगिंग टीम का गठन कर जांच शुरू कर दी है। गौरतलब है कि डूंगरपुर के मेडिकल कॉलेज में रैगिंग की घटनाएं आए दिन सामने आ रही हैं। लेकिन, कॉलेज प्रशासन सख्त कदम नहीं उठा पा रहा है।