पाली। धनदात्री माता महालक्ष्मी के पूजन के पर्व दीपोत्सव पंच पर्व का आगाज सोमवार को धनत्रयोदशी के साथ हुआ। माता लक्ष्मी का पूजन व आह्वान तो एक दिन बाद किया जाएगा, लेकिन पंच पर्व के पहले ही दिन बाजार में लक्ष्मी माता की कृपा बरसी। ऑनलाइन शॉपिंग के ट्रेड के बावजूद शहर के बाजारों में बड़ी संख्या में ग्राहक उमड़े। बाजार करोड़ों रुपए में खेला। बर्तन बाजार, इलेक्ट्रॉनिक, इलेक्ट्रीक, ऑटोमोबाइल, ज्वैलरी के साथ रेडिमेड गारमेंट, सजावटी सामग्री और आतिशबाजी के बाजार में पहुंचे ग्राहकों के कारण व्यवसायियों को पूरे दिन सांस लेने की फुर्सत नहीं मिली। इधर, बैंकों के बाहर और अन्य स्थानों पर लगे एटीएम पर भी रुपयों की निकासी के लिए रात तक शहरवासियों के साथ ग्रामीणें की कतार लगी रही। आयुर्वेद से जुड़े लोगों ने भगवान धनवंतरि का पूजन किया।
घर व प्रतिष्ठानों में छाई खुशी
धन तेरस को वस्तु खरीद का महत्व होने व लोगों ने स्वर्णाभूषण, रत्न एवं वाहन के साथ इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पाद अधिक खरीदे। शहर के सूरजपोल, रेलवे स्टेशन रोड, पुराना बस स्टैण्ड, नया गांव रोड व नया बस स्टैण्ड-सुमेरपुर रोड आदि पर बने वाहनों के शो-रूमों से लोग चमचमाते दुपहिया व चौपहिया वाहन घर ले गए। शहर में सजे इलेक्ट्रॉनिक्स शो-रूम से भी शहरवासी एलइडी, फ्रीज, वॉशिंग मशीन घरों में पहुंचने पर खुशियां छा गई। लोगों ने नई वस्तुओं पर पहले स्वास्तिक बनाया और पूजन कर उनका उपयोग शुरू किया।
सर्राफा बाजार चहका
दीपोत्सव पर माता लक्ष्मी के साथ सिक्कों का पूजन करने की परम्परा है। यह सिक्के धनत्रयोदशी पर घर ले जाना शुभ माना जाता है। इसी के चलते लोगों ने सिक्कों की खरीदारी की। इसके साथ ही ज्वैलरी बाजार में चांदी से बने माता लक्ष्मी, सरस्वती व गजानन के चित्र वाले नोट, चांदी के गिलास, ट्रे, चांदी के दीपक, घंटी, लक्ष्मी व गजानन की मूर्ति, कलश, प्लेट, अगरबत्ती स्टैण्ड, पायजेब, बिछुड़ी, सोने के मंगलसूत्र, कंगन, सोने के सेट आदि खरीदे।
आंकड़ों में बात
– 4 करोड़ 50 लाख रुपए के दुपहिया वाहन बिके
– 2 करोड़ रुपए से अधिक की इलेक्ट्रॉनिक्स व इलेक्ट्रीक सामग्री
– 25 लाख से अधिक बर्तन व होम एप्लायंस बाजार
– 10 करोड़ रुपए से अधिक के चौपहिया वाहन
– 50 लाख रुपए का मोबाइल बाजार
– 10 करोड़ के करीब ज्वैलरी बाजार
(आंकड़े व्यापारियों से बातचीत के आधार पर)