सेल्समैन भी नहीं भर रहे फार्म
इंद्रलोक नगर में एक अम्मा खाद्यान्न के लिए ऑटो लेने गए, लेकिन जब नहीं आया तो स्वयं ऑटो तक उठाकर ले गई, कहा मजबूरी है। राजस्व नगर विक्रमनगर निवासी रेहाना खान ने बताया कि नेहरू स्टेडियम तक जाना पड़ता है, यहां उचित मूल्य की दुकान नहीं होने के कारण बड़़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसी कई दुकानें है जहां पर दूर-दूर से हितग्राही खाद्यान्न लेने पहुंच रहे थे। जबकि इन्ही सब बातों के लिए फीडबैक फार्म भरवाए जा रहे थे कि उपभोक्ताओं को खाद्यान्न प्राप्त करने के दौरान कोई परेशानी तो नहीं आती है, लेकिन ना तो सेल्समैन ने हितग्राही से समस्या पूछी और ना ही हितग्राही को पता की फार्म पर हस्ताक्षर क्यों करवाए जा रहे हैं।
अन्न उत्सव की हकीकत
इंद्रलोकनगर उचित मूल्य की दुकान पर सुबह 10.29 बजे खाद्यान्न तो वितरण किया जा रहा था, उपस्थित कर्मचारी ने बताया कि 250 खाते हैं। नोडल अधिकारी का ट्रांसफार्मर हो गया तो नहीं है, नया कोई नियुक्त नहीं हुआ है। फीडबैक मैं क्यो भरूंगा, मैरा मान्य नहीं है। मेरा भरा कैसे चलेगा। पहले के भरे हुए पड़े है, वहीं जमा कर देंगे। अभी नहीं भर रहे हैं। नोडल अधिकारी का काम है फार्म भरना। इसी दौरान सखवाल नगर से एक उपभोक्ता खाद्यान्न लेने आया तो उसे कहा कि 10-12 तारिख को आना पड़ेगा, अभी मेरे ग्राहक निपटा दूं, लोड कम हो जाए फिर ले जाना। अलकापुरी शासकीय उचित मूल्य की दुकान दोपहर 3.31 बजे तक नहीं खुली। बिरियाखेड़ी शासकीय उचित मूल्य की दुकान दोपहर 3.56 बजे तक नहीं खुली, जबकि इन दोनों दुकानों पर दोपहर बाद दुकान खुलने का समय 3 बजे से अंकित है।