अग्निपथ की आग में शुक्रवार को शेखावाटी का सीकर जिला भी झुलस गया। श्रीमाधोपुर कस्बे में प्रदर्शनकारियों ने करीब डेढ़ घंटे तक हिंसक ताडंव किया। रींगस डीवाईएसपी की गाड़ी का शीशा तोडऩे के बाद हिंसक हुए प्रदर्शनकारियों ने कस्बे में जमकर उत्पात मचाया। रेलवे स्टेशन पर हर उस वस्तु को तोड़ दिया जो उनकी जद में आई। कस्बे में डेढ़ दर्जन वाहनों में तोडफ़ोड़ कर दी। पांच एटीएम क्षतिग्रस्त कर दिए। दुकानों का सामान सडक़ पर फैंककर आग लगा दी। बाद में सीकर और आसपास के क्षेत्र से पुलिस और आरएसी का जाब्ता मौके पर भेजा गया। प्रदर्शन की गंभीरता को देखते हुए जयपुर रेंज आईजी उमेशचंद्र दत्ता भी श्रीमधोपुर पहुंच गए। इसके बाद माहौल कुछ शांत हुआ, लेकिन शाम तक कस्बे में दहशत बरकरार थी। इसके अलावा नीमकाथाना में भी प्रदर्शनकारियों ने रोडवेज बस के शीशे तोड़ दिए गए। दोनों स्थानों पर पुलिस ने शाम करीब 40 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है। देर शाम तक पुलिस का भारी जाब्ता स्थिति पर नजर रखे हुए था। वहीं सीकर जिला मुख्यालय पर एएसएफआई कार्यकर्ताओं ने रैली निकाल कर अग्निपथ योजना का विरोध किया।
पहले बाजार बंद करवाए, राजमार्ग पर लगाया जाम
श्रीमाधोपुर में अग्निपथ योजना के विरोध में युवाओं का प्रदर्शन गौशाला बाजार से शुरू हुआ। प्रदर्शन के लिए सुबह ही कस्बे व आसपास के गांवों के युवा एकत्र हो गए। युवाओं ने पहले तो रैली निकालते हुए बाजार बंद करवाया। इस दौरान पुलिस ने उन्हें समझाइश का प्रयास किया तो युवा उग्र होकर झुंझुनूं-जयपुर स्टेट हाईवे पहुंच गए। जहां पत्थर, लाठी, बोतल व टायर रख रास्ते पर जाम लगा दिया। टायर जलाकर भी आक्रोश जताया। इसी दौरान रींगस पुलिस उप अधीक्षक सुरेन्द्र सिंह पुलिस जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेडऩे की कोशिश की तो वे ज्यादा उग्र हो गए। प्रदर्शनकारियों ने डीवाईएसपी की गाड़ी पर पत्थर फैंके तो पुलिस पीछे हट गई। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने वाहनों में तोडफ़ोड़ करना शुरू कर दिया। वहां पर बनाए गए सुलभ शौचालय के बर्तन तोड़ दिए गए।
दुकानों का सामान सडक़ पर फैंका, रेलवे स्टेशन पर बरसाएं पत्थर और लाठियां
प्रदर्शनकारियों की उग्र भीड़ बाद में कस्बे के बाजार में आ गई। दुकानों के बाहर रखा सामान उठाकर फैंक दिया। वाहनों में तोडफ़ोड़ मचा दी। हाउड़ा मोड पर बिजली के ट्रांसफार्मर लेकर आ रही बिजली निगम की गाड़ी में तोडफ़ोड़ कर उसमें रखे ट्रांसफार्मर नीचे गिरा दिए। तोडफ़ोड़ करते हुए युवा की भीड़ रेलवे स्टेशन पर पहुंची। वहां गेंगमैन का सामान छीन कर तोड़ दिया। रेलवे स्टेशन का प्रत्येक पंखा तोड़ दिया गया। पत्थर मारकर शीशें तोड़ दिए। वहां पर यात्रियों के विश्राम के लिए लगाई गई कुर्सियां भी तोडकऱ लाइनों पर फैंक दी गई।
दहशत में लोगों ने बंद किए घरों के किवाड़, पुलिस भी नहीं खुलवाई शाम तक बाजार
श्रीमाधोपुर में अग्निपथ के उप्रदव की दहशत लोगों के दिलों में बैठ गई। हिंसक भीड़ को देखते हुए व्यापारी अपनी दुकान बंद कर चले गए। लोगों ने अपने घरों के किवाड़ बंद कर लिए। स्थिति सामान्य होने के बाद भी लोग घरों से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। यहां तक की शाम को पुलिस ने अलाउंसमेंट कर व्यापारियों से दुकान खोलने का आग्रह किया, लेकिन एक भी व्यापारी अपनी दुकान खोलने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। कस्बे में हर तरफ विरानी छाई थी। उपद्रवियों ने रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड पर एसबीआई बैंक, स्टेशन रोड पर सेंट्रल बैंक व एक फाइनेंस बैंक, श्याम प्लाजा में बैंक ऑफ बड़ौदा के एटीएम में तोडफ़ोड़ कर दी। वहीं रेलवे स्टेशन पर टिकट काटने वाले ई मित्र किओस्क को भी उखाड़ कर फेंक दिया। सोलर लाइट के खंबो को भी तोडफ़ोड़ दिया। रेलवे स्टेशन पर रेल लाइने उखाडऩे का प्रयास किया, जिसमें कई जगह पर लाइनों की क्लिप निकल गई।
गेंगमैन के साबल-हथौड़ों का किया उपयोग
उपद्रवियों ने रेलवे स्टेशन पर तोडफ़ोड़ में गेंगमैन के साबल, हथौड़े व छीनी का उपयोग किया। प्रदर्शनकारियों ने रेलवे स्टेशन में घुसते ही गेंगमैन से उनके औजार छीन लिए थे। बाद में इनसे ही तोडफ़ोड़ मचा दी। बाद में पुलिस के उच्चाधिकारी मौके पर पहुंचे। सीकर से डीजीपी स्पेशल आरएसी की कंपनी और क्यूआरटी को श्रीमाधोपुर भेजा गया। भारी मात्रा में पुलिस के मौके पर पहुंचने पर प्रदर्शनकारी भाग गए। पुलिस जाब्ता शाम तक कस्बे में गश्त कर रहा था।