नई धानमंडी में अभी भी हो रही आवक, अच्छे भाव की उम्मीद में रोक रखी थी कॉटन
मांग कम,नहीं मिला उम्मीद के मुताबिक कॉटन का भाव
श्रीगंगानगर.अंतरराष्ट्रीय बाजार में मांग कम होने से इस बार कॉटन का भाव किसानों को उम्मीद मुताबिक नहीं मिल पाया। सितंबर में ही कॉटन का सीजन शुरू हो गया था। भाव बढऩे की उम्मीद किसानों ने स्टॉक किए रखा। अब रबी का सीजन शुरू हो गया है। ऐसे में किसान अब कॉटन को बाजार ला रहा है। यही कारण है कि फरवरी में कॉटन की आवक अच्छी हुई थी। सीजन में भाव 8000 से 8500 रुपए प्रति क्विंटल रहे। वर्तमान में 7500 से 7700 रुपए भाव मिल रहा है।
उल्लेखनीय है कि दोनों जिलों में कॉटन की बुवाई 3 लाख 62 हजार 909 हैक्टेयर क्षेत्रफल में हुई थी। पिछले वर्ष से 58,348 हैक्टेयर में कॉटन की फसल अधिक रही। जुलाई-अगस्त में अच्छी बारिश के कारण उत्पादन बेहतर रहा। इस बार कॉटन का उत्पादन प्रति हैक्टेयर 25 क्विंटल रहा।
नहरबंदी के बावजूद बढ़ा रकबा
कॉटन की बुवाई के समय गंगनहर, भाखड़ा व आइजीएनपी में नहरबंदी रही। इसके बावजूद क्षेत्र में कॉटन की बुवाई अधिक हुई थी। श्रीगंगानगर जिले में कॉटन की बुवाई 1,73,369 हैक्टेयर क्षेत्रफल में रही। यह पिछले वर्ष से 27,508 हैक्टेयर अधिक रही। हनुमानगढ़ जिले में कॉटन की बुवाई 1,89,540 हैक्टेयर क्षेत्रफल में हुई। यह पिछले वर्ष की तुलना में 31,840 हैक्टेयर अधिक रही।
पिछले वर्ष कॉटन का अच्छा भाव मिला
पिछले वर्ष कॉटन की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छी मांग थी। इस कारण किसानों को कॉटन का अच्छा भाव मिला। लेकिन इस सीजन में कॉटन के भाव औसत 8000 से 8500 रुपए प्रति क्विंटल तक ही रहा।
इस सीजन की पहली ढेरी
सितंबर के शुरू में नई धानमंडी कॉटन सीजन में कॉटन की पहली ढेरी पांच क्विंटल आई थी। यह ढेरी 9501 रुपए बिकी थी। वहीं,पदमपुर में 11001 रुपए प्रति क्विंटल तक एक ढेरी बिकी थी।
लीफकर्ल का प्रकोप भी रहा
इस बार इलाके में हुई अच्छी बारिश की वजह सें कॉटन की फसलें अच्छी रही। बॉर्डर एरिया में कई जगह लीफकर्ल का प्रकोप का देखने को मिला। साथ ही गुलाबी सूंडी, रसचूसक कीटों का प्रकोप भी रहा।
कॉटन की बुवाई का गणित श्रीगंगानगर जिले में
कॉटन की बुवाई-1,73,369 हैक्टेयर
पिछले वर्ष कॉटन की बुवाई-1,45,861
हनुमानगढ़ जिले में
कॉटन की बुवाई-1,89,540 हैक्टेयर
पिछले वर्ष कॉटन की बुवाई-1,57,700
दोनों जिलों में कॉटन बुवाई
इस वर्ष बुवाई-3,62,909 हैक्टेयर
पिछले वर्ष बुवाई-3,04561 हैक्टेयर
जिले में कॉटन की आवक का गणित
इस सीजन में कॉटन की आवक-20 लाख 53 हजार 895 क्विंटल
पिछले वर्ष कॉटन की आवक-20 लाख 58 हजार 768 क्विंटल
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कॉटन की फसल में खर्चा बहुत ज्यादा होता है। इस बार किसानों को उम्मीद मुताबिक भाव नहीं मिल पाया। अच्छे भाव की उम्मीद में किसानों ने एक बार कॉटन का स्टॉक किया था, लेकिन अब बेच रहे हैं।
-गुरलाल सिंह बराड़, प्रगतिशील किसान।
अच्छे भाव की उम्मीद में किसानों ने इस बार कॉटन की फसल का स्टॉक कर लिया। इस कारण जिला मुख्यालय में 17 में से अब दो ही मिल चल रही है। फरवरी और मार्च में अच्छी आवक हुई। अभी 15 प्रतिशत कॉटन की फसल आनी बाकी है।
रामाअवतार महीपाल, कॉटन व्यापारी, नईधानमंडी, श्रीगंगानगर।