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श्रीगंगानगर.राजस्थान में पूर्व सीएम सुखाड़िया की याद में जिला मुख्यालय पर सुखाडि़या सर्किल रविवार को करीब 38 साल बाद फिर से निखर कर उभर आया। इस चौराहे से कोई भी राहगीर गुजरा तो कुछ पल के लिए इसे निराहने लगा। यह पुराने स्वरूप में लौटने की खुद हकीकत बयां कर रहा था। सुखाड़िया सर्किल शहर का ज्यादा ट्रेफिक रहता है, ऐसे में यातायात को सुगम बनाने की कवायद शुरू की गई है। नगर विकास न्यास प्रशासन की ओर से सुखाड़िया सर्किल का आकार आठ से दस फीट घटाने के लिए ठेकेदार ने जेसीबी मशीन के माध्यम से सर्कल पर लगे पेड़ और झाडि़यों के अलावा बिजली के केबल आदि हटाए गए है। इस सर्किल का स्वरूप 38 साल पहले जैसा दिखाई देने लगा है। ट्रेफिक प्रभारी रघुवीर सिंह बीका ने बताया कि शहर में सबसे ज्यादा ट्रेफिक सुखाड़िया सर्किल पर रहता है। यहां से चारों दिशा में अलग अलग कॉलोनियों और बाजार में आवाजाही रहती है। सर्किल का आकार संकरा होने के उपरांत इस सर्किल पर गोशाला मार्ग से सूरतगढ़ या हनुमानगढ़ रोड के लिए आवाजाही करने वाले वाहन चालकों को अब घूमावदार सर्किल का चक्कर काटना नहीं पड़ेगा। इसी प्रकार सुखाड़िया मार्ग से आवाजाही करने वाले वाहनों को भी अब ज्यादा मशक्कत नहीं करने पड़ेगी। विदित रहे कि पूर्व सीएम मोहनलाल सुखाड़िया की याद में सुखाड़िया पार्क और सुखाड़िया सर्किल का लोकार्पण करने के लिए तत्कालीन राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह 17 अगस्त 1983 को यहां आए थे। इस सर्किल और पार्क को पूरे बीकानेर संभाग में सबसे भव्य रूप दिया गया था।