आपको बता दें कि, भारत में कई प्रकार के सांप पाए जाते हैं। मानसून सीजन में बारिश होने के कारण ये पानी से बचने के लिए सुरक्षित जगह की तलाश में घरों में घुस जाते हैं। इसी के चलते बारिश के दिनों में सांपों के मिलने के मामले और डसने के मामलों में एकाएक बढ़ोतरी हो गई है।
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बरसात में सांप डसने के मामले सबसे ज्यादा
सर्पदंश के बाद भारत में ज्यादातर ग्रामीण इलाकों में घर में होने वाले इलाज की वजह से होने वाले मौतों के मामले के साथ लगभग 70 फीसदी मामले भारत के 8 अत्यधिक बारिश वाले राज्यों में दर्ज होते हैं। 70 साल की उम्र से पहले भारतीयों में सर्पदंश से मरने वालो का आंकड़ा इन इलाकों में 250 में लगभग 1 है, लेकिन कुछ इलाकों में खास तौर से अधिक है। अनुमान के मुताबिक, साल 2015 के बाद से 1.11 से लेकर 1.77 मिलियन सांप के डसने के मामले आ चुके हैं। लगभग 70 फीसदी मामलो में विष के लक्षण दिखाए लेकिन सही और वक्त पर इलाज मिलने से भारत में सर्पदंश मृत्यु दर में काफी कमी दर्ज हुई है।