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लोन के चेक हो रहे बाउंस, मकान का किराया देना हुआ मुस्किल

दो माह से नहीं मिला १५०० से अधिक अध्यापकों को वेतन

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विदिशा। वेतननहीं मिलने के कारण डीईओ कार्यालय के चक्कर लगाने को मजबूर अध्यापक।

विदिशा। वेतननहीं मिलने के कारण डीईओ कार्यालय के चक्कर लगाने को मजबूर अध्यापक।

विदिशा। जिले के करीब 1500 से अधिक अध्यापकों के आईएफएमएस कोड जनरेट नहीं हो पाने और मेन्युअली में पोर्टल पर बजट अभाव होने के कारण इन्हें दो माह से वेतन नहीं मिल पाया है और तीसरा माह भी आधे से ज्यादा निकल गया है। इस कारण जिन अध्यापकों ने मकान, कार आदि लोन लिए थे उनके चेक बाउंस हो रहे हैं, वहीं जो अध्यापक किराये के घरों में रह रहे हैं उन्हें मकान का किराया देना तक मुश्किल हो रहा है और परिवार का बजट बिगड़ रहा है। इस कारण अध्यापक डीईओ कार्यालय के चक्कर काटने को मजबूर हैं। लेकिन समस्या का निराकरण नहीं हो पा रहा है।

मालूम हो कि शिक्षा विभाग द्वारा जिलेभर के सभी अध्यापकों के आईएफएमएस कोड जनरेट किए जाने थे। जिनके माध्यम से सभी अध्यापकों को वेतन दिया जाना है। जिलेभर में करीब ७ हजार अध्यापक हैं। इनमें से करीब १५०० अध्यापकों के यह कोड अब तक जनरेट नहीं हो पाने के कारण इनके वेतन संबंधी बिल भी नहीं बन सके हैं। जिसके चलते इन्हें मई और जून माह का वेतन अब तक नहीं मिल सका है। जबकि जुलाई माह भी अब समाप्त होने को है। अध्यापकों ने बताया कि किसी ने कर्ज लेकर अपना जैसे-तैसे मकान बनाया, तो किसी ने कर्ज लेकर कार या बाइक खरीद ली, तो किसी ने निजी काम से पर्सनल लोन लिया, जिनकी किश्तें हर माह जमा होती हैं। लेकिन विगत दो माह से वेतन नहीं मिलने के कारण उनके कर्ज की किश्त ड्यू हो रहीं हैं और चेक बाउंस होने के कारण उन्हें अधिभार भी देना पड़ेगा। ऐसे में उन पर दोहरी मार पड़ रही है। कुछ अध्यापकों ने बताया कि लंबे समय से वेतन नहीं मिलने से कई तरह की आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अध्यापकों ने बताया कि वे इस संबंध में विभागीय अधिकारियों को कई बार अवगत करा चुके, लेकिन समस्या का निराकरण अब तक नहीं हो पा रहा है।

आवंटन भी नहीं
डीईओ कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार कोड जनरेट नहीं हो पाने के कारण इन अध्यापकों के बिल नहीं बन पा रहे, जिससे वेतन रुका है। वहीं पूर्व की तरह यदि मेन्यूअली भी इनका वेतन दिया जाता, तो अभी आवंटन नहीं है। इस कारण बगैर कोड जनरेट हुए वेतन नहीं दिया जा सकता।

इनका कहना है
कुछ तकनीकी कमियों के कारण करीब १५०० अध्यापकों को दो माह से वेतन नहीं मिल सका है और तीसरा माह भी गुजरने को है। ऐसे में इन अध्यापकों को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए विभागीय अधिकारियों को जल्द समस्या का निराकरण कर अध्यापकों को रूका वेतन दिलवाने की व्यवस्था करना चाहिए।
- केशव रघुवंशी, प्रांतीय महासचिव, आजाद अध्यापक संघ, विदिशा


तकनीकी फाल्ट के कारण इन अध्यापकों के कोड जनरेट नहीं हो पाए हैं। हेडऑफिस बात कर इसे जल्द तकनीकी फाल्ट को सुधरवाया जाएगा। जिससे सभी अध्यापकों को समय पर वेतन मिल सके। वहीं पोर्टल पर आवंटन अभाव के कारण भी दिक्कत हो रही है।
- अतुल मुदगल, डीईओ, विदिशा