एंडोमेट्रियम (गर्भाशय की आंतरिक सतह) में हर महीने कई तरह के बदलाव आते हैं व माहवारी के रूप में इसका कुछ भाग रक्तस्राव के साथ निकल जाता है। एंडोमेट्रियम जैसी सतह जब गर्भाशय के अलावा अन्य अंगों (ओवरी, फैलोपियन ट्यूब, आंतों आदि) में विकसित हो जाती है, तो यह अवस्था एंडोमेट्रीओसिस कहलाती है। चूंकि एंडोमेट्रियम की प्रवृत्ति संकुचन की होती है इसीलिए इन अंगों में भी बेवजह ऐसा होने लगता है, जिसके कारण दर्द की समस्या होती है।