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बॉडी बनाने के लिए न लें स्टेरॉइड, हो सकती है नपुंसकता

आज कल युवा बॉडी बनाने के लिए जिम ज्वॉइन करते हैं और इसके लिए स्टेराइड का प्रयोग करते हैं जो उनको नपुंसकता के साथ कई बीमारियों से ग्रसित कर सकता है 

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Abhishek Srivastav

Dec 31, 2015

impotent

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आज के समय में शरीर को सुदृढ़ और सुडौल बनाने की चाहत हर युवा को होती है। फिल्मों में अभिनेताओं की फिजिक देखकर हर युवा आकर्षित होता है फिल्मों में अभिनेताओं की बनाई गई फिजिक बहुत समय तक कि एगए वर्कऑउट और बेहद अनुभवी ट्रेनर के मार्गदर्शन का नतीजा होती है एवं इसके लिए खान-पान का भी सही रूप में खयाल रखा जाता है। लेकिन आज के युवाओं को जिस भी फिल्म में अपने पसंदीदा अभिनेता की अच्छी फिजिक दिखती है तो उसमें वैसी ही फिजिक बनाने का भूत सवार हो जाता है और इसी होड़ में वे जिम ज्वाइन करते हैं और वहां घंटों वर्कऑउट करते हैं।

मसक्यूलर बॉडी पाने की चाहत उन्हें गलत आदतों की ओर ले जाती हैं जिसके कारण युवा छोटी उम्र से ही बॉडी बिल्डिंग सप्लीमेंट का इस्तेमाल करने लग जाते हैं। उन सप्लीमेंट से शुरुआती दौर में तो शरीर अच्छा खासा हो जाता है जो व्यक्ति को आकर्षित करता है परंतु इनके दुष्प्रभाव का परिणाम धीरे-धीरे नजर आने लगता है। डॉक्टर्स इस तरह के सप्लीमेंट लेने के लिए पूर्ण रूप से हिदायत देते हैं और प्राकृतिक पदार्थों पर अधिकतर जोर दिया जाता है।

लेकिन प्राकृतिक पदार्थ लम्बे समय के बाद ही अपना असर दिखाते हैं और इसी कारण युवा जल्दी फिजिक बनाने के चक्कर में गलत तरीके से ऐसे सप्लीमेंट्स का इस्तेमाल करते हैं।

कैसे काम करता है स्टेरॉइड
मसल्स बनाने के लिए चार प्रकार के स्टेरॉइड का इस्तेमाल किया जाता है। वे हैं वेट गेनर सप्लीमेंट्स, वेट लूज सप्लीमेंट्स, प्रोटीन शेक और एनाबॉलिक स्टेरॉइड। मसल्स बनाने के लिए इन स्टेरॉइड्स का इस्तेमाल एक-दो बार किया जा सकता है लेकिन निरंतर रूप से लम्बे समय तक इसका इस्तेमाल करना सेहत के लिए नुकसानदेह है। इन सबमें एनाबॉलिक स्टेरॉइड सबसे आम है।

एनाबॉलिक स्टेरॉइड को मुख्य रूप से एनाबॉलिक एंड्रोजैनिक स्टेरॉइड के नाम से पारिभाषित किया जा सकता है। यह वे हार्मोन होते हैं जो व्यक्ति के अंडकोष में टेस्टोस्टेरॉन का निर्माण करते हैं। एनाबॉलिक स्टेरॉइड शरीर की मसल्स सेल के अधिक मात्रा में प्रोटीन उत्पादित करने में सहायक होता है, जिसके कारण मसल्स के आकार में वृद्धि होती है और शरीर की ताकत भी बढती है। इसको कैप्सूल और इंजेक्शन के रूप में लिया जाता है। इसका असर बहुत जल्दी दिखाई देने लगता है और कम समय में ही मांसपेशियों में फुलाव आ जाता है। इसके लगातार प्रयोग से पुरुष मेल हार्मोंस और प्रजनन क्षमता पर विपरीत प्रभाव पडता है, जिससे व्यक्ति नपुंसक भी हो सकता है।

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