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नदी से निकला करीब साढ़े तीन हजार साल पुराना शहर, तब भी होती थीं ऊंची इमारतें

इतिहास के गर्भ में न जाने ऐसी कितनी चीज़ें हैं, जिनके बारे में हम जानते भी नहीं हैं। लेकिन कुछ ऐसी चीजें भी हैं जो समय के साथ सामन आती और अपने साथ लाती हैं कुछ ऐसे रहस्य जिनके बारे में जानकर और भी आश्चर्य होता है। ऐसा ही एक शहर पानी में निकला है।

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3400 Year Old Lost City Emerges From Under Gigris River After Drought

3400 Year Old Lost City Emerges From Under Gigris River After Drought

इतिहास के गर्भ में कई ऐसे रहस्य छिपे हैं जिनके बारे में हम नहीं जानते हैं। समय के साथ इस तरह के रहस्य सामने आते रहते हैं। कुछ ऐसा ही रहस्यमयी शहर सामने आया है। नदी में से निकले इस शहर के बारे में जिसको पता चला वो इसे देखने को लिए पहुंच गया। ये शहर 3400 साल बाद जमीन के गर्भ से बाहर आया है। खास बात यह है कि इस शहर में तमाम ऐतिहासिक चीजें छिपी हुई है, जो बताती है कि उस दौरान सभ्यता और संस्कृति कैसी थी। उस दौरान का आर्किटेक्चर कैसा था? लोग किस तरह रहते हैं।

ये शहर निकला है इराक देश में। यहां तिगरिस नदी के किनारे जमीन के गर्भ से एक पूरा शहर बाहर निकला है। पुरातत्व वालों के मुताबिक, ये शहर करीब साढ़े तीन हजार साल पुराना है। उनके मुताबिक, हजारों वर्ष बाद सामने आए इस शहर में तमाम ऐतिहासिक चीजें छिपी हुई हो सकती हैं।

ताम्र युग का शहर
इराक के कुर्दिस्तान प्रांत में एक ऐतिहासिक शहर निकला है।जैसे इस शहर के बारे में सूचना बाहर आई वैसे ही यहां पर अंतरराष्ट्रीय स्तर के पुरातत्ववेत्ताओं का जमावड़ा लग गया।

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बताया जा रहा है कि ये ताम्र युग का शहर बताया जा रहा है, जो स्थानीय स्तर पर पानी का स्तर कम होने के बाद बाहर आया है।

1275 से 1475 ईसा पूर्व के बीच का शहर
इस शहर के मिलने के बाद से ही इसको लेकर खोजबीन शुरू हो गई है। पुरातत्व वालों के मुताबिक ये शहर करीब 1475 ईसा पूर्व से 1275 ईसा पूर्व के बीच का है।

मिटानी राज्य के अंदर ये इलाका आता है, जिन्होंने 1475 ईसा पूर्व से 1275 ईसा पूर्व के दौरान तिगरिस के इलाके पर राज किया था। जर्मन और कुर्दिश पुरातत्ववेत्ताओं की टीम इस इलाके में इस वक्त स्टडी कर रही है।
इस शहर में टॉवर और इमारते भी हैं।

उन्होंने 100 पुरानी मिट्टी की बनी हुई टैबलेट निकाली है। जो शहर सूखे की वजह से सामने आया है, वहां मिट्टी से बनी हुई दीवारें हैं और ये किसी महल का हिस्सा लग रहा है। कुछ जगहों पर टावर हैं तो इमारतें भी कई मंज़िल की हैं।

इस बीच University of Freiburg के मुताबिक शहर ताम्र युग से जुड़ा है और मिटानी राज्य से संबंध रखता है। इस जगह के 1350 ईसा पूर्व के दौरान भूकंप में बर्बाद होने की आशंका जताई जा रही है। इस पर एक महल और कुछ बड़ी-बड़ी इमारतें मौजूद हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुरातत्ववेत्ताओं को एक बड़ी बिल्डिंग भी मिली है, जहां तरह-तरह की चीजें स्टोर की जाती थीं। जांच कर रहे दल का मानना है कि उस दौरान भूकंप के चलते ऊपर के हिस्से बर्बाद हुए हैं, जबकि नीचले हिस्से अब भी कुछ हद तक सलामत हैं।

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