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यह है दुनिया की आखिरी सड़क, यहां अकेले ट्रैवल करने की गुस्ताखी न ही करें तो है बेहतर, नहीं तो…

पृथ्वी के इस छोर और नार्वे को जो सड़क जोड़ती है उसे E-69 के नाम से जाना जाता है।

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Arijita Sen

Jan 02, 2019

 E-69

यह है दुनिया की आखिरी सड़क, यहां अकेले ट्रैवल करने की गुस्ताखी न ही करें तो है बेहतर, नहीं तो...

नई दिल्ली। नॉर्थ पोल या उत्तरी धुव्र के बारे में तो आपने सुना ही होगा। यह धरती का सबसे सुदूर उत्तरी बिन्दु है। इसी धुरी पर हमारी पृथ्वी घूमती है। आर्कटिक महासागर में स्थित इस स्थान पर हमेशा बर्फ की मोटी चादर बिछी रहती है। बता दें, यूरोप इस बिंदू के बहुत करीब है। यह नार्वे का आखिरी छोर है। यहां से आगे जाने वाली सड़क को दुनिया की आखिरी सड़क माना जाता है।

पृथ्वी के इस छोर और नार्वे को जो सड़क जोड़ती है उसे E-69 के नाम से जाना जाता है। इसे दुनिया की आखिरी सड़क भी कहा जाता है क्योंकि इससे आगे कोई सड़क नहीं है।

E-69 लगभग 14 किलोमीटर लंबा एक हाइवे है। इस सड़क पर हमेशा लोगों के साथ मिलकर गुजरने की सलाह दी जाती है। यदि कोई यहां अकेले ट्रैवल करता है तो उसके गुम होने की संभावना बनी रहती है।

कड़ाके की ठंड वाली इस जगह में लोग मछली का कारोबार कर जीवन-यापन करते हैं। इसके बाद साल 1930 में इस इलाके का धीरे-धीरे विकास होने लगा और तब जाकर साल 1934 में स्थानीय निवासियों ने मिलकर यह निर्णय लिया कि यहां दुनियाभर से पर्यटकों का स्वागत किया जाना चाहिए ताकि रोजगार के अवसर बढ़ें।

अब आलम यह है कि संसार के कोने-कोने से लोग नॉर्थ पोल घूमने के लिए आते हैं। यहां आने के बाद पर्यटक खुद को दूसरी दुनिया में पाते हैं।

यहां मिडनाइट सन और पोलर लाइट का दृश्य देखकर लोग स्तब्ध रह जाते हैं। उत्तरी ध्रुव के पास स्थित होने के कारण ही यहां सर्दियों में रातें खत्म नहीं होती है और गर्मियों में सूरज डूबता नहीं है।

भौगोलिक कारणों के चलते नैचुरल लाइट्स भी यहां देखने लायक चीजों में से एक है। यहां सैलानी साल के अंत में आना ज्यादा पसंद करते हैं। नॉर्थ पोल की एक और खासियत यह है कि यहां के लोग अपने में ही रहना ज्यादा पसंद करते हैं। उन्हें बाकी दुनिया से घुलना-मिलना नापसंद है। यहां लोग प्रकृति को ज्यादा तवज्जो देते हैं।