
ये है दुनिया का सबसे छोटा कंप्यूटर, साइज कर देगा हैरान
नई दिल्ली। अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन के रिसर्चर्स दुनिया का सबसे छोटा कंप्यूटर बनाने का दावा कर रहे हैं। बता दें कि, इस साल मार्च की शुरुआत में आईबीएम ने एक छोटा सा कंप्यूटर जारी किया था जिसका साईज 1 एमएम था जो एक नमक के दाने से भी छोटा था। बताया जा रहा है कि, यह कैंसर का पता लगाने और उसके इलाज के नए दरवाजे खोलने में मददगार साबित हो सकता है। बता दें कि, शोधकर्ता मिशिगन माइक्रो मोटे का उपयोग करने की योजना बना रहे हैं। ग्लोकोमा से पीड़ित मरीज की आंखों के अंदर दबाव का पता लगाने के लिए दुनिया का ये सबसे छोटा कंप्यूटर बिल्कुल सही है। इसके अलावा अत्याधुनिक कैंसर अनुसंधान में इसका उपयोग किया जा सकता है।
शोध के मुख्य वैज्ञानिक डेविड ब्लॉव का कहना है कि, पता नहीं हमें इसे कंप्यूटर कहना उचित है या नहीं क्योंकि इसमें बहुत कम काम होता है। ये छोटा या कंप्यूटर लाईट से बिजली बनाए जाने वाली प्रक्रिया पर चलता है जिसे फोटोवोल्टेक्स कहते हैं। इसमें डेटा का लेन-देन लाईट के जरिए होता है। ये डिवाइसेज विजिबल लाइट के रूप में डेटा रिसीव और ट्रांसमिट करती हैं। इनका बेस स्टेशन पावर और प्रोग्रामिंग के लिए लाइट उपलब्ध कराता है और डिवाइस डेटा रिसीव कर लेती हैं।
बता दें कि, इसे बनाने वाली टीम ने इसका इस्तेमाल तापमान मापदंड के स्पष्टता के लिए करने तय किया. कुछ अध्ययनों से पता चला है कि सामान्य उत्तक से ट्यूमर ज्यादा गर्म होते हैं। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ये डिवाइस एक टेंपरेचर सेंसर है जो बेहद छोटे और बायोकम्पैटिबल भी है इसलिए कुछ वैज्ञानिकों ने इसे एक कैंसर वाले चूहे में इंप्लांट कर दिया। उन्होंने नॉर्मल कोशिका के मुकाबले ट्यूमर के अंदर होने वाले टेंपरेचर परिवर्तन को नोट किया है। वैज्ञानिकों ने बताया कि, इससे यह भी पता चलेगा कि इलाज का कितना कारगर साबित हो रहा है।
Published on:
27 Jun 2018 11:55 am
बड़ी खबरें
View Allअजब गजब
ट्रेंडिंग
