25 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

नेपाल में भूकंप से भीषण तबाही: अबतक 128 की मौत, कई इमारतें ढहीं

नेपाल में देर रात आए भूकंप से तबाही मच गई है। जोरदार भूकंप आने से कम से कम 128 लोग मारे गए और दर्जनों अन्य घायल हो गए। बचाव दल पहाड़ी गांवों में रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं।

2 min read
Google source verification
nepal_earthquake

Nepal Earthquake Updates : नेपाल में शुक्रवार रात आए तेज भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। 6.4 तीव्रता वाले इस भूकंप के कारण कई इमारतें ढह गई हैं। इस शक्तिशाली भूकंप में कम से कम 128 लोगों की मौत हो गई। वहीं दर्जनों लोग घायल गंभीर रूप से घायल हो गए है, जिनकों इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, अधिकारियों का कहना है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। इतनी मौतों की वजह ये है कि जब भूकंप आया तो लोग अपने घरों में सो रहे थे। लोगों को संभलने का मौका ही नहीं मिल पाया। यदि यह दिन में आता तो थोड़ा काम नुकसान होता। शक्तिशाली भूकंप से दिल्ली, लखनऊ, पटना सहित भारत तक की इमारतें हिल गईं।


6.4 तीव्रता वाले भूकंप ने मचाई तबाही

जाजरकोट से काठमांडू करीब 500 किलोमीटर पश्चिम में है। भूकंप आने के बाद काठमांडू में लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। नेपाल के राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने कहा कि भूकंप की तीव्रता 6.4 रही थी। भूकंप का केंद्र नेपाल में अयोध्या से लगभग 227 किलोमीटर उत्तर में 10 किलोमीटर की गहराई में था। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि नेपाल के इस इलाके में दर्जनों घर ढह गए। इस भूकंप से अब तक 128 की मौत हो चुकी है जबकि कई लोग मलबे में दब गए। संभावना जताई जा रही है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।


नेपाल के प्रधानमंत्री ने जताया दुख

भूकंप से हुई क्षति को लेकर नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने लेकर दुख जताया है। नेपाल पीएमओ ने एक्‍स पर लिखा कि प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने शुक्रवार रात 11:47 बजे जजरकोट के रामीडांडा में आए भूकंप से हुई क्षति पर गहरा दुख व्यक्त किया है। घायलों के तत्काल राहत और बचाव के लिए 3 सुरक्षा एजेंसियों को तैनात किया गया है।


मोबाइल टावर और पुलिस का संचार सेट नहीं कर रहा काम

जाजरकोट प्रमुख जिला अधिकारी सुरेश सुनार के मुताबिक भूकम्प के इपीसेंटर रहे पैंक और बारेकोट इस समय तक पूरी तरह से संपर्क विच्छेद हो गया है। टेलीफोन और मोबाइल टावर के साथ साथ पुलिस का संचार सेट भी वहां काम नहीं कर पा रहा है जिसके कारण वहां से कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है।

यह भी पढ़ें- सभापति से मिलो...बिना शर्त माफी मांगो, जानिए सुप्रीम कोर्ट ने राघव चड्ढा से क्यों कहा ऐसा


यह भी पढ़ें- दिल्ली में सेक्सटॉर्शन का शिकार हुआ बुजुर्ग व्यक्ति, गिरोह ने लगाई 12 लाख की चपत, दो गिरफ्तार