
BLA Rebels (Photo- Baloch Liberation Army)
बलूचिस्तान (Balochistan) में बलूच लिबरेशन आर्मी – बीएलए (Baloch Liberation Army- BLA) ने पाकिस्तान (Pakistan) की सरकार और सेना की मुश्किलें बधाई हुई हैं। प्रांत में अस्थिरता बढ़ती जा रही है और आए दिन ही हमलों और धमाकों के मामले सामने आते हैं। बलूच नेता, विद्रोही और ज़्यादातर जनता खुद को पाकिस्तान से अलग करते हुए आज़ाद बलूचिस्तान चाहते हैं। मीर यार बलूच (Mir Yar Baloch) समेत कई बलूच नेता तो बलूचिस्तान की आज़ादी का ऐलान भी कर चुके हैं और दुनियाभर से बलूचिस्तान को एक स्वतंत्र देश के रूप में मान्यता देने की मांग कर रहे हैं। पाकिस्तानी सरकार और सेना के खिलाफ चल रही इस जंग में अक्सर ही बीएलए के विद्रोही पाकिस्तानी सेना पर हमले करते हैं।
हाल ही में आई एक खुफिया रिपोर्ट के अनुसार इस साल जनवरी से जून तक बीएलए ने पाकिस्तानी सेना पर हर बार से ज़्यादा हमले किए हैं। रिपोर्ट के आंकड़े चौंकाने वाले हैं। रिपोर्ट के अनुसार इस साल के शुरुआती 6 महीने में बीएलए के विद्रोहियों ने बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सेना को निशाना बनाकर 286 हमले किए हैं।
खुफिया रिपोर्ट के अनुसार जनवरी से जून 2025 के दौरान बीएलए के विद्रोहियों द्वारा पाकिस्तानी सेना को निशाना बनाते हुए किए गए 286 हमलों में मरने वालों का आंकड़ा आपको हैरान कर सकता है। इन हमलों में पाकिस्तानी सेना की अलग-अलग यूनिट्स से जुड़े करीब 700 लोग मारे गए हैं।
पाकिस्तानी सेना को निशाना बनाने के लिए बीएलए के विद्रोही सामान्य तौर पर तीन तरह से हमले करते हैं।
◙ पहला तरीका है आत्मघाती धमाका। इसके तहत बीएलए से जुड़ा आत्मघाती हमलावर खुद बम की जैकेट पहनकर या फिर बमों से लदी गाड़ी में सवार होकर सेना की चौकी या व्हीकल पर हमला करता है, जिससे ज़्यादा से ज़्यादा नुकसान हो सके।
◙ इन विद्रोहियों के हमले का दूसरा तरीका है घात लगाकर गोलीबारी करना। बीएलए के विद्रोही घात लगाकार पाकिस्तानी सेना पर हमले करते हैं, जिसकी उन्हें उम्मीद भी नहीं होती। इन हमलों में भी काफी नुकसान होता है।
◙ तीसरा तरीका है आईईडी डिवाइसेज़ का इस्तेमाल करके धमाके करना। सेना की चौकी या व्हीकल के पास कहीं पर भी आईईडी डिवाइसेज़ को लगाकर धमाका किया जाता है।
बीएलए विद्रोहियों के हमलों का निशाना पाकिस्तानी सेना ही होती है, लेकिन कुछ मौकों पर निर्दोष लोग भी इन हमलों में मारे जाते हैं। इनमें महिलाएं और बच्चे भी होते हैं। ज़्यादातर मामलों में वो निर्दोष लोग ही बीएलए के विद्रोहियों के हमलों में मारे जाते हैं जो सेना की धमाके के समय सेना की चौकी या व्हीकल के आसपास होते हैं।
बलूचिस्तान में कई इलाकों पर बीएलए के विद्रोही कब्ज़ा कर रहे हैं। बलूचिस्तान के सुराब (Surab) शहर पर बीएलए का कब्ज़ा है। वहीं प्रांत की राजधानी क्वेटा (Quetta) और मस्तुंग (Mustang) में भी कई इलाकों पर बीएलए ने कब्ज़ा कर लिया है।
Updated on:
17 Jul 2025 03:35 pm
Published on:
17 Jul 2025 03:05 pm
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