
बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार। (सांकेतिक फोटो: IANS.)
Bangladesh Hindu persecution 2025: बांग्लादेश इन दिनों गंभीर संकटों से जूझ रहा है। अल्पसंख्यकों पर बढ़ते हमले (Bangladesh Hindu persecution 2025), आर्थिक मंदी और इस्लामी उग्रवाद (Bangladesh extremism report)ने देश को अस्थिर कर दिया है। प्रमुख विपक्षी पार्टी अवामी लीग ने इन हालात के लिए यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। अवामी लीग की रिपोर्ट के अनुसार, 2025 की पहली छमाही में ही 40 से अधिक हमले (Awami League on minority attacks) अल्पसंख्यक समुदायों पर हो चुके हैं। हिंदू मंदिरों, घरों और ईसाई संस्थानों पर तोड़फोड़ की घटनाएं तेजी से बढ़ी (Religious violence in Bangladesh) हैं। इन हमलों के पीछे इस्लामी कट्टरपंथी संगठन बताए जा रहे हैं। रिपोर्ट का दावा है कि पुलिस अक्सर इन मामलों में कोई कार्रवाई नहीं करती। जांच प्रक्रिया या तो बहुत धीमी होती है या पूरी तरह नाकाम रहती है। इससे चरमपंथियों के हौसले बुलंद हैं और वे बिना डर के खुलेआम हिंसा कर रहे हैं।
पार्टी ने बताया कि अक्टूबर 2024 से अब तक कम से कम 15 बड़े इस्लामी हमले हो चुके हैं। खुफिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चरमपंथी संगठन ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के ज़रिए युवाओं को कट्टरपंथी बना रहे हैं। इन संगठनों की युवाओं में भर्ती भी लगातार बढ़ रही है।
यूनुस सरकार के दौरान महिलाओं के खिलाफ हिंसा में भारी इजाफा हुआ है। सिर्फ 2025 के पहले छह महीनों में ही 4,200 से अधिक यौन हिंसा के मामले दर्ज हुए हैं, जिनमें से 650 से ज्यादा सामूहिक बलात्कार की घटनाएं हैं। ये आंकड़े 2024 की तुलना में काफी अधिक हैं। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि कई महिलाएं डर या अविश्वास के कारण रिपोर्ट दर्ज नहीं करातीं।
अवामी लीग ने बताया कि बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था तेज़ी से ढह रही है। 2023 में जहां जीडीपी विकास दर 6.1% थी, वहीं 2025 में यह घटकर सिर्फ 2.3% रह गई है। महंगाई दर 12% से ऊपर है और खाद्य पदार्थों की महंगाई 16% तक पहुंच गई है, जिससे गरीबों की स्थिति और बिगड़ गई है।
विदेशी मुद्रा भंडार भी 2022 के 33 अरब डॉलर से घट कर जुलाई 2025 में 14.5 अरब डॉलर रह गया है। इस वजह से बांग्लादेश भुगतान संतुलन के संकट का सामना कर रहा है।
बांग्लादेश में युवा बेरोजगारी दर 28% से ज्यादा हो गई है, जो पूरे दक्षिण एशिया में सबसे अधिक है। लाखों लोग देश छोड़कर काम कर रहे हैं, लेकिन उनका पैसा भेजना भी अब 11% कम हो गया है। निर्यात घटने के चलते 20 लाख से ज्यादा कपड़ा मजदूरों की नौकरी चली गई है।
बहरहाल अवामी लीग ने कहा कि वर्तमान सरकार निष्पक्ष चुनाव कराने में पूरी तरह विफल रही है। क्योंकि वह एनसीपी (नेशनल सिटीज़न्स पार्टी) से जुड़ी हुई है और राजनीतिक रूप से पक्षपाती है। पार्टी ने चेतावनी दी कि अगर एक स्वतंत्र और तटस्थ कार्यवाहक सरकार के तहत चुनाव नहीं हुआ, तो देश में अराजकता और अन्याय और अधिक बढ़ेगा।
Updated on:
02 Sept 2025 03:54 pm
Published on:
02 Sept 2025 03:09 pm
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