
Xi Jinping and Muhamamd Yunus
भारत (India) और बांग्लादेश (Bangladesh) के संबंधों में बिगाड़ जगजाहिर है। बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा से भारत नाराज़ हो गया और वहीँ पूर्व बांग्लादेशी पीएम शेख हसीना (Sheikh Hasina) को भारत में शरण से बांग्लादेश नाराज़ हो गया। बांग्लादेश ने कई मौकों पर शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग भी की है, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ। दोनों देशों के बीच संबंधों में बिगाड़ के बीच बांग्लादेश को कई मामलों में चीन से आस है।
बांग्लादेश में पहले से ही हेल्थकेयर (Healthcare) व्यवस्था काफी खराब रही है। देश में अच्छे अस्पतालों की काफी कमी है। ऐसे में बांग्लादेश में कई लोग इलाज के लिए भारत पर निर्भर रहते थे। हालांकि अब भारत से संबंधों में बिगाड़ के चलते बांग्लादेश को इस मामले में चीन की ज़रूरत पड़ेगी।
चीन में बांग्लादेश के मरीजों को हेल्थकेयर सेवाएं प्रदान करने के लिए दक्षिण-पश्चिमी चीन के कुनमिंग (Kunming) में 4 अस्पतालों को पहले ही निर्धारित कर दिया है। इन अस्पतालों में बांग्लादेशी मरीजों को इलाज की सुविधाएं दी जाएंगी, जिससे उन्हें कोई परेशानी न हो।
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चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) और बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के लीडर मुहम्मद यूनुस (Muhammad Yunus) के बीच इस महीने के अंत तक मुलाकात होगी। इस दौरान यूनुस, जिनपिंग से हेल्थकेयर सेवाओं में निवेश के लिए अनुरोध करेंगे। दूसरे ज़रूरतमंद देशों की ही तरह बांग्लादेश में भी चीन अपने प्रभाव को बढ़ाने के लिए तैयार है।
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Updated on:
21 Mar 2025 03:40 pm
Published on:
21 Mar 2025 03:38 pm
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