
Badar Khan Suri
अमेरिका (United States Of America) में ऐसे छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है जो इज़रायल-हमास युद्ध (Israel-Hamas War) में इज़रायल के खिलाफ विरोध प्रदर्शित करते हुए हमास का समर्थन कर रहे हैं। ऐसे छात्र अमेरिका में हमास के समर्थन में प्रोपेगैंडा भी फैला रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) पहले ही साफ कर चुके हैं कि अमेरिकी कॉलेजों में जो भी छात्र हमास के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे हैं और प्रोपेगैंडा फैला रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ट्रंप, इस तरह के गतिविधियों में शामिल विदेशी छात्रों को तो डिपोर्ट करने की भी बात कह चुके हैं। अब हमास के समर्थन में प्रोपेगैंडा फैलाने में शामिल एक भारतीय छात्र को अमेरिका में गिरफ्तार कर लिया गया है।
भारतीय छात्र बदर खान सूरी, जो स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत अमेरिका की जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी का छात्र है। बदर न सिर्फ हमास के समर्थन में प्रोपेगैंडा फैलाने में शामिल हैं, बल्कि इज़रायल का विरोध भी कर रहा है। इसी वजह से उसे उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया।
बदर को गिरफ्तार करने के बाद उसे भारत डिपोर्ट करने की तैयारियाँ शुरू हो गई थी। पर फिलहाल के लिए उसे भारत डिपोर्ट नहीं किया जाएगा। वर्जीनिया कोर्ट ने बदर के डिपोर्टेशन पर रोक लगाने का आदेश दिया है, जिसकी वजह से उसे अमेरिका से निकाला नहीं जाएगा। कोर्ट ने यह भी साफ कर दिया कि बिना उसके आदेश के बद्रर को डिपोर्ट नहीं किया जाएगा।
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बदर के वकील ने उसकी रिहाई की मांग की है। बदर के वकील ने कहा कि इस तरह से उसके मुवक्किल को गिरफ्तार करना लोगों की आवाज़ को दबाने की कोशिश है और यह गलत है। वकील ने कोर्ट में यह दलील भी दी कि बदर ने कोई कानून नहीं तोड़ा है और ऐसे में उसे जल्द से जल्द रिहा कर दिया जाना चाहिए।
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Published on:
21 Mar 2025 11:13 am
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