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रातों-रात सड़क पर उतर आए सैकड़ों बांग्लादेशी, भारत के खिलाफ खोल दिया मोर्चा, जान लें क्यों मचा है बवाल?

बांग्लादेश में सुरक्षा हालात बिगड़ने के कारण भारत ने राजशाही और खुलना में अपने दो वीजा आवेदन केंद्र बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने 18 दिसंबर के लिए अपॉइंटमेंट बुक किया था, उन्हें नई तारीख दी जाएगी।

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भारत

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Mukul Kumar

Dec 19, 2025

बांग्लादेश में आर्मी के जवान। (फोटो- IANS)

बांग्लादेश में बिगड़ते सुरक्षा हालात को देखते हुए भारत ने गुरुवार को राजशाही और खुलना स्थित दो और भारतीय वीजा आवेदन केंद्र (आइवीएसी) को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है।

इसके पीछे मौजूदा सुरक्षा स्थिति का हवाला दिया गया है। साथ ही जिन लोगों ने गुरुवार, 18 दिसंबर के लिए अपॉइंटमेंट बुक किया था, उन्हें बाद की तारीख में नया स्लॉट दिए जाने का सुझाव दिया गया है।

भारत ने फैसला तब लिया है, जब बांग्लादेश में बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने राजशाही में मौजूद भारतीय असिस्टेंट हाई कमीशन की ओर मार्च की कोशिश की। यहां भारत विरोधी नारे सुने गए।

बैरिकेड्स लगाकर इस भीड़ को रोका गया लेकिन लगातार दूसरे दिन हुए भारत विरोधी इस प्रदर्शन ने दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा दिया है।

गौरतलब है कि भारत ने हाल ही में बांग्लादेश के उच्चायुक्त मोहम्मद रियाज हामिदुल्लाह को तलब कर बांग्लादेश के नवोदित छात्र नेताओं के भारत विरोधी भड़काऊ बयानों को लेकर फटकार लगाई थी।

रातों-रात सड़कों पर आए लोग

बता दें कि प्रमुख युवा नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद बांग्लादेश में रातों-रात बड़े पैमाने पर अशांति फैल गई।गुरुवार देर रात और शुक्रवार तड़के हजारों प्रदर्शनकारी ढाका की सड़कों पर उतर आए और हादी के लिए न्याय की मांग की। हादी की मौत सिंगापुर के एक अस्पताल में पिछले हफ्ते हुए जानलेवा हमले में लगी गोली के कारण हुई थी।

प्रदर्शन ढाका से देश के दूसरे हिस्सों में भी फैल गए, प्रदर्शनकारियों ने भारतीय राजनयिक परिसरों की ओर मार्च करने की कोशिश की और पूर्व सत्ताधारी अवामी लीग से जुड़ी संपत्तियों पर हमला किया।

भारतीय उच्चायोग पर पत्थरबाजी

बांग्लादेश में जमकर भारत विरोधी नारे लगे और विरोध प्रदर्शन हुए। सोशल मीडिया पर कई वीडियो में भारतीय असिस्टेंट हाई कमीशन ऑफिस के पास पत्थरबाजी की घटनाएं दिखीं।

विरोध प्रदर्शन करने वाले नेताओं ने अंतरिम सरकार से मांग की कि जब तक संदिग्धों को वापस नहीं लौटाया जाता, तब तक भारतीय उच्चायोग को बंद कर दिया जाए।

अनुवभहीन, जनादेश रहित यूनुस पाकिस्तान से दोस्ती में खोज रहे वैधताः शेख हसीना

उधर, भारत में स्वनिर्वासन में रह रहीं पूर्व पीएम शेख हसीना ने आरोप लगाया है कि मोहम्मद यूनुस देश को अस्थिरता में धकेल रहे हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने यूनुस पर राजनीतिक वैधता के लिए पाकिस्तान से नजदीकी बढ़ाने का आरोप लगाया है।

हसीना ने कहा कि यूनुस के पास कूटनीति करने करने का न तो जनादेश है और न ही अनुभव है। इस दौरान अवामी लीग नेता ने भारत के धैर्य की तारीफ की और कहा कि ढाका और नई दिल्ली के रिश्ते बांग्लादेश में एक अस्थायी और अवैध रुकावट के कारण खराब हुए हैं।

बांग्लादेश के इंटरनेशनल क्राइम ट्रिब्यूनल से मौत की सजा सुनाए जाने और पार्टी पर प्रतिबंध लगाए जाने पर उन्होंने कहा, यह मौत की सजा एक ऐसी कंगारू कोर्ट ने दी है जो गैर-चुनी हुई अंतरिम सरकार के इशारे पर काम कर रही है।

चुनावी हिंसा जारी, छात्र नेता की मौत

चुनाव की घोषणा के बाद से बांग्लादेश में अराजकता के हालात है। नेताओं पर हमले हो रहे हैं। ताजा मामला ढाका के हजारीबाग के जिगातला इलाके में एक महिला छात्र छात्रावास में नेशनल सिटीजन पार्टी की एक नेता की मौत का है। मृतक की पहचान एनसीपी की धानमंडी थाना इकाई की संयुक्त सचिव जन्नत आरा रूमी के रूप में की गई है।