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दोस्ती की आड़ में धोखा? अमेरिका के पूर्व NSA ने ट्रंप को खूब कोसा, बोले- ‘पीएम मोदी के साथ जो किया…’

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने चौंकाने वाला खुलासा किया है! उनका कहना है कि ट्रम्प और मोदी के बीच गहरे व्यक्तिगत संबंध थे, पर टैरिफ विवाद ने ये रिश्ते तार-तार कर दिए। बोल्टन ने आरोप लगाया कि ट्रम्प के कार्यों ने भारत को रूस और चीन की ओर धकेल दिया है। क्या ये दावा अमेरिका-भारत संबंधों में नया मोड़ लाएगा?

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भारत

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Mukul Kumar

Sep 05, 2025

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। फोटो- IANS

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की खूब आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि ट्रंप के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बहुत अच्छे व्यक्तिगत संबंध थे, लेकिन अब वह खत्म हो गए हैं।

ब्रिटिश मीडिया पोर्टल एलबीसी ने गुरुवार को बोल्टन के साथ एक इंटरव्यू किया था। इस दौरान पूर्व अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि ट्रंप अपने अंतरराष्ट्रीय संबंधों को नेताओं के साथ अपने निजी संबंधों के चश्मे से देखते हैं।

ट्रंप ऐसा सोचते हैं कि व्लादिमीर पुतिन के साथ अगर उनके निजी संबंध अच्छे हैं तो रूस से भी अमेरिका के संबंध ठीक होंगे।

क्या बोले जॉन बोल्टन?

बोल्टन ने इंटरव्यू के दौरान यह भी कहा कि व्यक्तिगत रूप से ट्रंप की मोदी के साथ भी बहुत अच्छी दोस्ती थी। अब वह रिश्ता पूरी तरह खत्म हो गया है। यह दुनिया के सभी देशों के लिए एक सबक भी है। खासकर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर के लिए।

बोल्टन ने स्टारमर को सुझाव देते हुए कहा कि अच्छा व्यक्तिगत संबंध कभी-कभी मददगार हो सकता है, लेकिन यह आपको सबसे बुरे हालात से नहीं बचाएगा।

बता दें कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के साथ ट्रंप की दोस्ती इन दिनों काफी बढ़ी है। इस बीच, ट्रंप 17 से 19 सितंबर तक ब्रिटेन की यात्रा पर भी रहेंगे।

ट्रंप के टैरिफ को लेकर क्या कहा?

वहीं, ट्रंप के टैरिफ पर हमला बोलते हुए बोल्टन ने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी किया है। जिसमें कहा गया है कि व्हाइट हाउस ने अमेरिका-भारत संबंधों को दशकों पीछे धकेल दिया है, जिससे मोदी रूस और चीन के करीब आ गए हैं। बीजिंग ने खुद को अमेरिका और डोनाल्ड ट्रंप के विकल्प के रूप में पेश किया है।

बता दें कि ट्रंप प्रशासन द्वारा भारत के सामानों पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाए जाने के बाद से दोनों देशों के बीच संबंध खराब हो गए हैं।

एक तरफ, ट्रंप बार बार यह कह रहे हैं कि अमेरिका किसी भी कीमत पर भारत पर लगाए गए टैरिफ को कम नहीं करेगा। दूसरी ओर, भारत सरकार की तरफ से कहा गया है कि टैरिफ को लेकर अमेरिका के साथ बातचीत चल रही है, हम जल्द ही किसी निर्णय पर पहुंचेंगे।