
Bootes Void
हमारा ब्रह्मांड या यूनिवर्स बहुत ही बड़ा है। इसमें हमारी धरती के साथ ही दूसरे कई ग्रह, तारें, चंद्रमा। सूर्य, उल्कापिंड शामिल हैं। यूनिवर्स में कई आकाशगंगाएं भी हैं जिन्हें गैलेक्सी भी कहते हैं। इतना ही नहीं, यूनिवर्स में कई ब्लैक होल्स भी हैं। इसके अलावा यूनिवर्स में कई रहस्यमयी चीज़ें भी हैं जिनके बारे में बहुत ही कम लोग जानते हैं। इनमें बूट्स वॉयड (Bootes Void) भी शामिल है, जिसे ग्रेट नथिंग (Great Nothing) के नाम से भी जाना जाता है।
कब हुई थी खोज?
अमेरिका (United States Of America) की अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) के अनुसार बूट्स वॉयड की खोज 1981 में खगोलशास्त्री रिचर्ड किर्श्नर (Richard Kirshner) ने की थी।
क्या है बूट्स वॉयड?
बूट्स वॉयड एक लगभग गोलाकार रहस्यमयी छेद है जो पृथ्वी से करीब 700 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर, इसी नाम के तारामंडल के पास स्थित है। बूट्स वॉयड करीबी 330 मिलियन प्रकाश वर्ष चौड़ा है और मिल्की वे से अरबों गुना बड़ा है।
कैसे हुआ बूट्स वॉयड का निर्माण?
जब बिग बैंग हुआ, तो यूनिवर्स की सभी चीज़ें एक साथ कसकर पैक होने लगी। लेकिन खगोलविदों के अनुसार यादृच्छिक क्वांटम के उतार-चढ़ाव ने इन चीज़ों के वितरण में छोटे अंतर पैदा करना शुरू कर दिया। कुछ क्षेत्र सघन रूप से पैक हो गए, जिससे उनका गुरुत्वाकर्षण खिंचाव ज़्यादा हो गया और उन्होंने चीज़ों को कम सघन क्षेत्रों से दूर खींच लिया। जल्द ही गैलेक्सीज़ के पैटर्न के परिणामस्वरूप खाली स्थानों का निर्माण शुरू हुआ और बूट्स वॉयड बने। पूरे अवलोकन योग्य यूनिवर्स के व्यास का लगभग 2% हिस्सा बूट्स वॉयड है।
कितनी हैं गैलेक्सीज़?
जानकारी के अनुसार बूट्स वॉयड में 60 गैलेक्सीज़ हैं। हालांकि इसके द्वारा कवर किए गए क्षेत्र के अनुसार इसमें लगभग 2,000 गैलेक्सीज़ होनी चाहिए।
Published on:
08 Mar 2024 01:18 pm
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