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कनाडा के प्रधानमंत्री आवास को 20 हजार ट्रकों ने घेरा, परिवार समेत भागे Justin Trudeau

15 जनवरी से ट्रक ड्राइवरों के लिए सीमा पार करने के लिए वैक्सीन सर्टिफिकेट दिखाना अनिवार्य कर दिया गया था। इसके बाद सीमा पार ट्रक ड्राइवरों द्वारा कोरोना वैक्सीन को अनिवार्य करने के जनादेश के खिलाफ 'फ्रीडम कॉन्वॉय' के रूप में शुरू हुआ विरोध ट्रूडो सरकार खिलाफ एक बड़े प्रदर्शन में बदल गया है।

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Mahima Pandey

Jan 30, 2022

Canadian PM moved to secret location as 1000 stage protest in Ottawa

Canadian PM moved to secret location as 1000 stage protest in Ottawa

कनाडा की राजधानी ओटावा में शनिवार को हजारों की संख्या में लोगों ने कोरोना की वैक्सीन को लेकर जारी जनादेश के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। कोरोना वैक्सीन को अनिवार्य किये जाने और लॉकडाउन के विरोध में करीब 20 हजार ट्रक और लगभग 50 हजार ट्रक चालकों ने प्रधानमंत्री आवास को ही घेर लिया। स्थिति ऐसी बन गई कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो अपने परिवार संग भाग खड़े हुए। ये वही जस्टिन ट्रूडो हैं जिन्होंने भारत में तीन कृषि कानूनों के खिलाफ शुरू हुए विरोध प्रदर्शन का न केवल समर्थन किया था, बल्कि शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन को मानवाधिकार का मुद्दा करार दिया था। हालांकि, जब इनके राज्य में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन हुए तो ये भागने पर विवश हो गए।


दरअसल, 15 जनवरी से ट्रक ड्राइवरों के लिए सीमा पार करने के लिए वैक्सीन सर्टिफिकेट दिखाना अनिवार्य कर दिया गया था। कुछ ऐसा ही नियम अमेरिका ने भी लागू कर दिया था।

इसके बाद सीमा पार ट्रक ड्राइवरों द्वारा कोरोना वैक्सीन को अनिवार्य करने के जनादेश के खिलाफ 'फ्रीडम कॉन्वॉय' के रूप में शुरू हुआ विरोध ट्रूडो सरकार खिलाफ एक बड़े प्रदर्शन में बदल गया है।



कैनेडियन ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन ने जानकारी दी कि हजारों ट्रक चालक और अन्य प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को राजधानी शहर में विरोध प्रदर्शन किया। ये विरोध प्रदर्शन कनाडा सरकार द्वारा कोरोना वैक्सीन को जनादेश जारी कर अनिवार्य करने और अन्य स्वास्थ्य संबंधित प्रतिबंध लागू किये जाने के खिलाफ है।

लोगों का गुस्सा कनाडा सरकार के खिलाफ इतना है कि वो सीधे पीएम आवास को ही घेरने के लिए हजारों की संख्या में पहुँच गए और आवास को घेर लिया। कुछ प्रदर्शनकारी तो अपने बच्चों और वयस्कों के साथ भी विरोध कर रहे थे।


इस विरोध परदर्शन की संभावना को देखते हुए एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो व उनके परिवार को गुप्त स्थान पर शिफ्ट कर दिया गया है।

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कनाडा की रक्षा मंत्री अनीता आनंद और कनाडा के शीर्ष सैन्य अधिकारी के अनुसार, ' कुछ प्रदर्शनकारी राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर नाचते हुए दिखाई दिए।'
कड़ाके की ठंड की चेतावनी के बावजूद सैकड़ों प्रदर्शनकारियों के संसदीय परिसर में घुसने और संभावित हिंसा को लेकर पुलिस हाई अलर्ट पर है।

इस मामले पर ओटावा पुलिस का कहना है कि विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्वक हो रहे हैं इसलिए किसी के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया गया है।


अनीता आनंद ने भी इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि "आज हम जो व्यवहार देख रहे हैं वह निंदनीय है।" उन्होंने आगे कहा कि "सैनिकों का मकबरा और राष्ट्रीय युद्ध स्मारक हमारे देश के पवित्र स्थल हैं। मैं सभी कनाडाई लोगों से आग्रह करती हूं कि वे उनके साथ सम्मान से पेश आएं, जो कनाडा के लिए लड़े और मारे गए।"

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