
चीन में बहुपक्षीय मंच पर शामिल होंगे किम जोंग-उन (IANS)
उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग-उन (Kim Jong Un) वैश्विक कूटनीति में एक नया कदम उठाने को तैयार हैं। वे इस सप्ताह चीन की राजधानी बीजिंग में आयोजित होने वाली एक भव्य सैन्य परेड (Military Parade) में हिस्सा लेंगे, जो द्वितीय विश्व युद्ध के अंत की 80वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में 3 सितंबर को तियानमेन चौक पर होगी। इस परेड में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping ) के साथ उनकी मौजूदगी एक संभावित त्रिपक्षीय शिखर सम्मेलन का मंच तैयार कर सकती है।
2011 में सत्ता संभालने के बाद किम जोंग-उन पहली बार किसी बहुपक्षीय राजनयिक कार्यक्रम में शामिल होंगे। इससे पहले, उनके दादा और उत्तर कोरिया के संस्थापक किम इल-सुंग 1959 में बीजिंग की सैन्य परेड में शामिल हुए थे। किम की यह दुर्लभ विदेश यात्रा वैश्विक मंच पर उनकी उपस्थिति को और मजबूत करने का संकेत देती है।
किम का यह कदम दक्षिण कोरिया और अमेरिका के लिए एक स्पष्ट संदेश है, जिन्होंने हाल ही में उत्तर कोरिया के साथ कूटनीति बहाल करने की इच्छा जताई थी। दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ली जे म्युंग और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वाशिंगटन में अपनी शिखर वार्ता के दौरान उत्तर कोरिया के साथ बातचीत की उम्मीद जताई थी, लेकिन किम की बीजिंग यात्रा यह दर्शाती है कि उनकी प्राथमिकता पश्चिमी देशों के साथ तत्काल कूटनीति में नहीं है।
समाचार एजेंसी योनहाप के अनुसार, किम और पुतिन ने हाल के वर्षों में सैन्य संबंधों को गहरा किया है। उत्तर कोरिया ने यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध में सैनिक और हथियार भेजकर मास्को का समर्थन किया है। पिछले साल 28 अगस्त को किम ने इस सैन्य तैनाती को अंतिम रूप दिया था। रूसी मीडिया के अनुसार, परेड में किम को शी जिनपिंग के बाईं ओर और पुतिन को दाईं ओर स्थान दिया जाएगा, जो इन तीनों नेताओं की नजदीकी का प्रतीक होगा।
विश्लेषकों का मानना है कि किम की यह यात्रा उत्तर कोरिया और चीन के बीच संबंधों में सुधार का हिस्सा हो सकती है। हाल ही में, उत्तर कोरिया की संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष चोई रयोंग-हे ने प्योंगयांग में चीनी दूतावास के एक समारोह में भाग लिया था, जो दोनों देशों के बीच बढ़ती नजदीकी का संकेत है। विशेषज्ञों का कहना है कि किम ने रूस-यूक्रेन युद्ध के संभावित समापन और मास्को के पश्चिम की ओर ध्यान केंद्रित करने की आशंका में चीन के साथ संबंधों को मजबूत करने का फैसला किया है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, किम बीजिंग की यात्रा के लिए अपनी विशेष ट्रेन ‘शम्मा-1’ की बजाय ‘फॉरेस्ट ग्रीन’ निजी विमान का उपयोग कर सकते हैं, जिसे उन्होंने पहले लंबी दूरी की घरेलू यात्राओं के लिए इस्तेमाल किया था। यदि वे ट्रेन से जाते हैं, तो यात्रा में लगभग 20 घंटे लग सकते हैं।
इस सैन्य परेड में 26 देशों के नेता शामिल होंगे, लेकिन अमेरिका और प्रमुख पश्चिमी यूरोपीय देशों के नेताओं की अनुपस्थिति उल्लेखनीय है, जो यूक्रेन युद्ध के कारण पुतिन के साथ मतभेदों को दर्शाती है। यह आयोजन न केवल चीन की सैन्य शक्ति का प्रदर्शन होगा, बल्कि रूस, उत्तर कोरिया और चीन की बढ़ती नजदीकी का भी प्रतीक होगा, जो वैश्विक शक्ति संतुलन में बदलाव का संकेत देता है।
Updated on:
31 Aug 2025 11:20 am
Published on:
31 Aug 2025 11:18 am
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