
F-16 Fighter Jets
24 फरवरी, 2022 को शुरू हुए रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) को 2 साल से ज़्यादा समय हो चुका है और अभी भी यह युद्ध जारी है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के आदेश पर रूस की सेना ने यूक्रेन में घुसपैठ करते हुए जंग छेड़ दी थी। पुतिन का मकसद यूक्रेन पर कब्ज़ा करना था पर ऐसा अब तक नहीं हुआ है। हालांकि इस युद्ध की वजह से यूक्रेन को जान-माल का भारी नुकसान उठाना पड़ा है। साथ ही यूक्रेन के कई शहरों में भारी तबाही मच चुकी है। पर लगातार मिल रहे इंटरनेशनल सपोर्ट की वजह से यूक्रेन की सेना डटकर रूस की सेना का सामना कर रही है। यूक्रेन अब रूस के ठिकानों पर भी हमला कर रहा है और जल्द ही उसे F-16 फाइटर जेट्स भी मिल जाएंगे, जिनसे रूस में ठिकानों पर हमले करना काफी आसान हो जाएगा। रूस की तरफ से इन फाइटर जेट्स का इस्तेमाल न करने की चेतावनी दी जा चुकी है, पर हाल ही में डेनमार्क (Denmark) की तरफ से यूक्रेन को ग्रीन सिग्नल दिया गया है।
डेनमार्क ने दिया यूक्रेन को F-16 फाइटर जेट्स इस्तेमाल करने का ग्रीन सिग्नल
यूक्रेन को जिन देशों से F-16 फाइटर जेट्स मिलेंगे, उनमें डेनमार्क भी शामिल है। यूक्रेन को डेनमार्क की तरफ से दी जाने वाली सैन्य सहायता में F-16 फाइटर जेट्स भी शामिल हैं। हाल ही में डेनमार्क के विदेश मंत्री लार्स लॉक्के रासमुसेन (Lars Lokke Rasmussen) ने साफ कर दिया है कि यूक्रेन इन फाइटर जेट्स का इस्तेमाल रूस के ठिकानों पर हमलों के लिए कर सकेगा। रासमुसेन ने कहा कि सेल्फ डिफेंस के लिए रूस के ठिकानों पर हमला करना भी ज़रूरी है और इसके लिए यूक्रेन F-16 फाइटर जेट्स का भी इस्तेमाल कर सकता है।
Updated on:
01 Jun 2024 11:29 am
Published on:
31 May 2024 05:35 pm
बड़ी खबरें
View Allविदेश
ट्रेंडिंग
