10 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

RBI के पास पाकिस्तान से ज़्यादा पैसा, बैलेंस शीट हुई पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था से 2.5 गुना ज़्यादा

आरबीआई भारत के मुख्य बैंकों में से एक है और काफी समय से ज़बरदस्त प्रॉफिट में भी चल रहा है। बात अगर पैसों की हो, तो आरबीआई के पास पाकिस्तान से ज़्यादा पैसा है।

2 min read
Google source verification
RBI's balance sheet is 2.5 times of Pakistan's GDP

RBI's balance sheet is 2.5 times of Pakistan's GDP

पाकिस्तान (Pakistan) में आर्थिक संकट (Economic Crisis) से किसी तरह की राहत नहीं मिल रही है। देश की आर्थिक स्थिति बहुत ही खराब है और यह बात किसी से भी छिपी नहीं है। देश की अर्थव्यवस्था की कमर टूटी हुई है और देश कंगाली से जूझ रहा है। साथ ही पाकिस्तान में महंगाई भी बहुत बढ़ गई है। पाकिस्तान कर्ज़ से भी जूझ रहा है। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था की स्थिति बेहद ही खराब चल रही है और इसकी तुलना भारत (India) की अर्थव्यवस्था से तो की भी नहीं जा सकती। भारत का सेंट्रल बैंक आरबीआई - रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI - Reserve Bank Of India) भी पैसों के मामले में पाकिस्तान से काफी आगे है और हाल ही में आई रिपोर्ट के अनुसार तो आरबीआई की स्थिति पूरी पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था से बेहतर है।

आरबीआई की बैलेंस शीट हुई पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था से 2.5 गुना ज़्यादा

हाल ही में आरबीआई की बैलेंस शीट सामने आई है और यह पाकिस्तान की पूरी अर्थव्यवस्था से करीब 2.5 गुना ज़्यादा है। आरबीआई की बैलेंस शीट मार्च, 2024 तक 11.08% बढ़कर 70.48 लाख करोड़ रुपये (करीब 844.76 बिलियन डॉलर्स) हो गई है। वहीं पाकिस्तान की पूरी अर्थव्यवस्था 28.21 लाख करोड़ रुपये (338.24 बिलियन डॉलर्स) ही है।

आरबीआई की बैलेंस शीट पाकिस्तान और बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था से भी ज़्यादा

आरबीआई की बैलेंस शीट सिर्फ पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था से 2.5 गुना ज़्यादा नहीं है, बल्कि अगर पाकिस्तान और बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था को मिला भी दिया जाए, तो भी आरबीआई की बैलेंस शीट दोनों देशों की अर्थव्यवस्था से ज़्यादा है। बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था 37.23 लाख करोड़ रुपये (करीब 446.35 बिलियन डॉलर्स) है। ऐसे में इसे अगर पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था, जो 28.31 लाख करोड़ रुपये (338.24 बिलियन डॉलर्स) है में मिला भी दिया जाए, तो यह 65.46 लाख करोड़ रुपये (करीब 784.59 बिलियन डॉलर्स) ही होगी और फिर भी आरबीआई की बैलेंस शीट, जो 70.48 लाख करोड़ रुपये (करीब 844.76 बिलियन डॉलर्स) है, से काफी कम है।



यह भी पढ़ें- भारत को चाहिए श्रीलंका की ग्रेफाइट खदानें, बातचीत हुई शुरू