
Donald Trump takes U-turn
डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने दूसरी बार अमेरिका (United States Of America) के राष्ट्रपति बनने के बाद से ही कई बड़े फैसले लेने शुरू कर दिए थे। पिछले 2 महीने में ट्रंप ने ऐसे कई बड़े फैसले लिए हैं जिनका असर सिर्फ अमेरिका पर ही नहीं, बल्कि दुनिया के कई देशों पर पड़ा है। ट्रंप के कुछ फैसलों की दुनियाभर में आलोचना भी हुई, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति ने इसकी कोई परवाह नहीं की। हालांकि ट्रंप ने कई फैसलों से यू-टर्न ले लिया है। कई लोग तो अमेरिका की सरकार को 'ट्रंप सरकार' नहीं, बल्कि 'यू-टर्न सरकार' कह रहे हैं। क्या ट्रंप अपने लिए गए फैसलों के संभावित परिणामों से डर गए हैं? आइए नज़र डालते हैं अमेरिकी राष्ट्रपति के कुछ 'यू टर्न्स' पर।
हाल ही में कनाडा (Canada) के ओंटारियो (Ontario) प्रांत ने अमेरिका के मिनेसोटा (Minnesota), न्यूयॉर्क (New York) और मिशिगन (Michigan) राज्यों में बिजली निर्यात पर 25% शुल्क बढ़ाने की घोषणा की थी, जिससे लगभग 1.5 मिलियन अमेरिकी उपभोक्ता प्रभावित होंगे। ओंटारियो के प्रीमियर डग फोर्ड (Doug Ford) ने साफ-साफ कहा था कि अगर अमेरिका ने टैरिफ बढ़ाया, तो वह अमेरिका को बिजली की आपूर्ति पूरी तरह से बंद कर सकते हैं। कनाडा की इस धमकी के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कनाडा के स्टील और एल्युमीनियम पर टैरिफ को 25% से बढ़ाकर 50% करने का ऐलान कर दिया था। ट्रंप ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा था कि यह टैरिफ वृद्धि 12 मार्च से लागू होगी। लेकिन जैसे ही इस फैसले को लागू करने का दिन आया, वैसे ही ट्रंप के वरिष्ठ आर्थिक सलाहकार बयान पीटर नवारो (Peter Navarro) ने कहा कि कनाडा के स्टील और एल्युमीनियम आयात पर टैरिफ को दोगुना कर 50% करने की योजना को रोक दिया गया है, क्योंकि दोनों देशों के बीच व्यापार युद्ध के कारण भ्रम और अनिश्चितता बनी हुई है।
डोनाल्ड ट्रंप ने 1 फरवरी से कनाडा (Canada) और मैक्सिको (Mexico) पर 25% टैरिफ लगाने का ऐलान किया था। हालांकि इसके लागू होने से पहले ही इस पर 30 दिन के लिए रोक लगा दी गई। इस रोक के खत्म होने के बाद भी ट्रंप ने कुछ अन्य सामानों के आयात पर भी लगाए जाने वाले टैरिफ पर एक बार फिर रोक को बढ़ाते हुए इसे 2 अप्रैल तक करने का फैसला लिया।
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रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) के मामले पर भी ट्रंप पलटते नजर आ रहे हैं। व्हाइट हाउस (White House) के ओवल ऑफिस (Oval Office) में मीडिया के जमावड़े के सामने ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेन्स्की (Volodymyr Zelenskyy) के बीच हुई कहासुनी के बाद अमेरिका ने तुरंत यूक्रेन को सैन्य सहायता देने के साथ ख़ुफ़िया जानकारी साझा करने पर भी रोक लगा दी थी। लेकिन कुछ दिन बाद ही अमेरिकी और यूक्रेनी अधिकारियों की मीटिंग के बाद ट्रंप प्रशासन ने कहा कि वो यूक्रेन को दी जाने वाली सैन्य सहायता और खुफिया जानकारी साझा करने पर लगा अपना प्रतिबंध तुरंत हटा लेंगे। यह घोषणा सऊदी अरब (Saudi Arabia) में यूक्रेन और अमेरिका के बीच वार्ता के दौरान की गई। ट्रंप के फिर से राष्ट्रपति बनने के बाद ही उनका झुकाव रूस की ओर देखा गया, लेकिन अब इस मामले में भी ट्रंप पलटते नज़र आ रहे हैं। ने यह भी कहा कि वह रूस के साथ युद्ध में 30 दिन के संघर्ष विराम के लिए तैयार है, जो क्रेमलिन समझौते के अधीन होगा। फिलहाल दोनों पक्षों के बीच काला सागर में सीज़फायर और यूक्रेन के एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर पर रूसी हमले पर 30 दिन की रोक लगाई गई है।
भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी (Indian PM Narendra Modi) के अमेरिका दौरे से पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ (Reciprocal Tariff) का ऐलान किया था। ट्रंप की इस पॉलिसी के अनुसार जो देश अमेरिका पर जितना टैरिफ लगाएंगे, अमेरिका भी उन पर उतना ही टैरिफ लगाएगा। इसे लागू करने के लिए 2 अप्रैल का दिन तय किया गया। ट्रंप ने यह भी साफ कर दिया था कि इसमें किसी भी देश को, किसी तरह की छूट नहीं दी जाएगी। हालांकि अब अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस मामले में यू-टर्न ले लिया है। रेसिप्रोकल टैरिफ लागू करने से कुछ दिन पहले ही ट्रंप ने कहा कि वह कई देशों को रेसिप्रोकल टैरिफ से राहत दे सकते हैं। हालांकि यह राहत पारस्परिक होगी।
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ट्रंप के खास माने जाने वाले एलन मस्क (Elon Musk) की मंगल (Mars) ग्रह पर इंसानों को भेजने की इच्छा किसी से भी छिपी नहीं है। स्पेसएक्स (SpaceX) के ज़रिए इंसानों को मंगल पर भेजने और वहां इंसानों की कॉलोनी बनाने की बात मस्क, कई मौकों पर कर चुके हैं। ट्रंप ने भी मस्क के इस विचार को बेहतरीन बताते हुए इसका समर्थन किया था, लेकिन अब अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस मामले में भी यू-टर्न ले लिया है। एक इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा कि भले ही मंगल ग्रह पर जाने में कई लोगों की रूचि हो, पर फिर भी यह मिशन उनकी सरकार के लिए पहली प्राथमिकता नहीं है।
ट्रंप का ‘टैरिफ वॉर’ (Tariff War) दुनियाभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। इसके तहत ट्रंप ने सबसे पहले चीन (China) को निशाना बनाया था और यह भी साफ कर दिया था कि चीन को किसी भी स्थिति में टैरिफ से छूट नहीं दी जाएगी। लेकिन अब इस मामले में भी अमेरिकी राष्ट्रपति ने यू-टर्न ले लिया है। ट्रंप ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि वह चीन पर लगाए टैरिफ में कुछ राहत दे सकते हैं। हालांकि इसके लिए अमेरिकी राष्ट्रपति ने एक बड़ी शर्त भी रख दी। ट्रंप ने कहा कि अगर चीन, लोकप्रिय वीडियो शेयरिंग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टिकटॉक (TikTok) की बिक्री के लिए राज़ी हो जाता है, तो वह चीन को टैरिफ में कुछ छूट दे सकते हैं।
Updated on:
27 Mar 2025 08:05 pm
Published on:
27 Mar 2025 03:47 pm
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