
Indian foods
Indian Food Ban Abroad: भारत में हर तरह के भोजन का अपना ही एक स्वाद और पहचान है। उससे उस भोजन की संस्कृति और परंपरा जुड़ी हुई होती है। खाने के शौकीन लोगों की वजह से ही अब भारत में हर गली चौराहे पर स्ट्रीट फूट के थड़ी, ठेले दिख जाएंगे जिस पर हर वक्त लोगों की भीड़ रहती है। भारत में स्ट्रीट फूड को ही नहीं बल्कि होम मेड ट्रेडिशनल और फ्यूजन वाले फू़ड को बड़े चाव से खाया जाता है। ज्यादातर होम मेड और स्ट्रीट फूड में घी का इस्तेमाल बड़े अच्छे से किया जाता है। क्योंकि ये सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद होता है और इससे खाने का स्वाद भी बढ़ जाता है लेकिन क्या आपको पता है कि जिस घी (Ghee) को हम रोजाना अपने भोजन में इस्तेमाल कर रहे हैं वो विदेश में बैन है। जी हां, घी एक देश में बैन सिर्फ यही नहीं अपनी भारत समेत ग्लोबल पहचान बना चुका समोसा (Samosa) भी विदेश में बैन है। जो कि एक चौंकाने वाली बात है। यहां पर आपको भारत के कुछ फू़ड आइटम्स के नाम बता रहे हैं जो विदेश में बैन हैं।
नूडल्स हो या सैंडविच, फ्राइज़ हो या रोल्स…आज कल भारत में लगभग हर फूड़ आइटम के साथ केचअप खाने का चलन है खासकर ये बच्चों को बहुत पसंद आता है। लेकिन भारतीयों का फेवरेट ये केचअप फ्रांस में बैन (Tomato Ketchup ban in France) है। फ्रांस सरकार का कहना है कि वो फ्रांसीसी लोगों में फास्ट फू़ड की आदत को रोकना चाहते हैं पारंपरिक भोजन के बढ़ावा देना चाहते हैं। 2011 में पहले फ्रांस ने सिर्फ स्कूल में इसे बैन किया था लेकिन धीरे-धीरे ये पूरे फ्रांस में बैन हो गया।
खसखस यानी पॉपी सीड्स भारतीय भोजन में इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री है। ये सुपरफूड भी कहा जाता है। मिठाईयों, सब्जी की ग्रेवी, रोटी, दाल समेत लगभग सभी तरह के खाने में इसका प्रयोग किया जाता है लेकिन, भारत का ये सुपरफूड सिंगापुर, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और कुवैत में बैन है। (Poppy Seed Ban in Singapore and Arab Countries) क्य़ोंकि खसखस में अफीम के पौधे के अल्कलॉइड्स की न्यूनतम मात्रा होती है जो कि इन देशों में अवैध माना जाता है। इसलिए यहां इस पर बैन लगा हुआ है।
अमेरिका समेत कई पश्चिमी देशों पर घी पर बैन लगा (Ghee Ban in USA) दिया गया है। इन देशों का कहना है कि घी का अत्यधिक सेवन मोटापा और नसों की ब्लॉकेज को जन्म देता है। इसलिए उन्होंने घी पर बैन लगाया हुआ है।
कबाब नॉन वेज खाने वाले भारतीय का फेवरेट फूड है। इसे मांस, मछली, और यहां तक कि सब्जियों का इस्तेमाल करके बनाया जाता है। लेकिन वेनिस समेत इटली के (Kabab ban in Venis) कई शहरों में कबाब पर रोक लगाई गई है। इसका कारण बताते हुए इटली का कहना है कि वो अपने देश में पारंपरिक खाद्य पदार्थों को बढ़ावा देने के लिए और अपनी संस्कृति और अनुशासन को बनाए रखने के लिए इस पर बैन लगा रहे हैं।
हर भारतीय का फेवरेट समोसा एक देश में बैन है और इसका नाम है सोमालिया। जी हां अगर आप सोमालिया में है या फिर जा रहे हैं और अगर आपका समोसा खाने का मन होता है तो अपने मन को मार लीजिए क्योंकि वहां आपको समोसा नहीं मिलेगा। सोमालिया में समोसा को बैन करने की वजह इसका आकार है। सोमालिया के अल-शबाब ग्रुप ने समोसे के तिकोने आकार को धर्म विशेष से जुड़़ा हुआ बताकर इस पर बैन लगा दिया है।
आप सभी ने अपने बचपन में वो प्लास्टिक के छोटे से कप में मिलने वाली जेली जरूर खाई होगी। वो बचपन की यादों में से एक मानी जाती है। सिर्फ आपकी ही नहीं वो अभी भी कई बच्चों की पसंदीदा मानी जाती है और अब तो कई फूड के फ्यूजन में ये जेली इस्तेमाल की जाती है। ये कप जेली ऑस्ट्रेलिया में बैन (Jelly cup Ban in Australia) है। ऑस्ट्रेलिया का कहना है कि बच्चों को लुभाने वाली इस कप जेली में हानिकारक तत्व पाए जाते हैं जिससे बच्चों में दम घुटने की समस्या पैदा हुई इसलिए इसे बैन किया गया है।
भारत में सर्दियों में खाया जाने वाला च्यवनप्राश तो हर घर में रसोई का शान बढ़ाता हुआ मिल जाता है। सर्दियों में ताकत और ऊर्जा देने वाले ये आयुर्वेदिक च्यवनप्राश कनाडा (Chaywanprash Ban in USA) समेत अमेरिका में भी बैन है। इसका कारण उन्होंने च्यवनप्राश में लेड यानी सीसा का पाया जाना बताया है जो कि कैंसरकारक तत्व है।
पनीर का नाम सुनते ही हर भारतीय के मुंह में पानी आ जाता है। शायद ही कोई ऐसा शख्स हो जिसे पनीर पसंद ना हो। पनीर हर भारतीय का फेवरेट डेयरी प्रोडक्ट है। पनीर को सब्जी के अलावा अब हर भारतीय डीश के फ्यूजन में इस्तेमाल किया जाता है। मिठाइयों से लेकर चाहे वो पोहा हो, डोसा हो, पकौड़ा हो या फिर परांठा। लेकिन दुनिया में ऐसे देश भी हैं जहां पनीर को बैन किया हुआ है। नॉर्वे और अमेरिका में आंशिक रूप से पनीर पर बैन लगाया हुआ है।
Updated on:
01 Aug 2024 05:54 pm
Published on:
01 Aug 2024 01:13 pm
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