जियो न्यूज ने बताया कि पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल (सेवानिवृत्त) परवेज मुशर्रफ का रविवार को लंबी बीमारी के बाद 79 साल की उम्र में दुबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। रिपोर्ट के मुताबिक, उनका दुबई के एक अस्पताल में बीमारी का इलाज चल रहा था।
पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो हत्याकांड और लाल मस्जिद के मौलवी की हत्या के मामले में मुशर्रफ भगोड़ा घोषित किया जा चुका है। साल 2016 से दुबई में रह रहे पूर्व राष्ट्रपति 2007 में संविधान को निलंबित करने के लिए राजद्रोह के मामले का सामना कर रहे थे। पूर्व सैन्य शासक इलाज के लिए मार्च 2016 में दुबई गए थे और उसके बाद से वापस नहीं लौटे।
पिछले साल जून में ट्विटर पर एक बयान में मुशर्रफ के परिवार ने कहा था कि एक मुश्किल दौर से गुजर रहे है, जहां रिकवरी संभव नहीं है। अंग खराब हो रहे हैं। उसके दैनिक जीवन में आसानी के लिए प्रार्थना करें।
आपको बता दें कि परवेज मुशर्रफ का जन्म नई दिल्ली के दरियागंज में 11 अगस्त, 1943 में हुआ था। साल 1947 में उनके परिवार ने पाकिस्तान जाने का फैसला किया। विभाजन के महज कुछ दिन पहले ही उनका पूरा परिवार पाकिस्तान पहुंचा था।
मुशर्रफ के पिता सईद ने नए पाकिस्तान सरकार के लिए काम करना शुरू किया और विदेश मंत्रालय के साथ जुड़े हुए थे। इनकी स्कूली शिक्षा कराची के सेंट पैट्रिक स्कूल में हुई और कॉलेज की पढ़ाई लाहौर के फॉरमैन क्रिश्चियन कॉलेज में हुई।