
hottest chilli
Hottest Chilli in the World: भारत के कई हिस्सों में तीखा खाना लोग बेहद पसंद करते हैं। तीखेपन के लिए भी लोग अलग-अलग तरह की मिर्च पसंद करते हैं जैसे लाल मिर्च, हरी मिर्च। इनका जो तीखापन होता है वो भोजन में एक अलग तरह का स्वाद देता है। तीखी मिर्ची में कैप्सेसिन नामक एक संयोजक होता है, जो इसे तीखा बनाती है। तीखी मिर्ची का कई देशों में महत्वपूर्ण योगदान माना जाता है जैसे भारतीय, मेक्सिकन, थाई और चाइनीज खाने में तीखी मिर्ची का काफी ज्यादा इस्तेमाल होता है। हालांकि स्वास्थ्य को देखते हुए तीखी मिर्च का सेवन भी सही मात्रा में करना चाहिए। लेकिन इस दुनिया में कुछ मिर्च ऐसी हैं जो इतनी तीखी हैं कि इन्हें खाना तो दूर छूने से लोग डरते हैं। हम आपको इन्हीं मिर्च के नाम बता रहे हैं।
अमेरिकी मिर्च प्रजनक एड करी ने दुनिया की इस सबसे तीखी मिर्च को इज़ाद किया है। ये दुनिया की सबसे तीखी मिर्च है। इसे काटते या छूते समय दस्ताने पहनने की सलाह दी गयी है, साथ ही इसे आंखों और चेहरे से दूर रखना चाहिए। कैरोलिना मिर्ची में विटामिन C ,विटामिन A और अन्य पोषक तत्व होते है जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करते है। कैरोलिना रिपर मिर्ची का पौधा उगाने के लिए नम जलवायु की जरूरत होती है इसे उगाने के लिए अच्छी मिट्टी और सही धूप की जरुरत होती हैं।
इस मिर्च को भी एड करी ने ईज़ाद किया है। इस मिर्च को 2023 में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज किया गया था। इस मिर्च का वैज्ञानिक नाम केप्सिकम चीनेंसिस है। इसके तीखेपन को स्कोविल स्केल पर नापा जाता है, जो मिर्च में मौजूद कैप्सेसिन की मात्रा बताता है। पेपर एक्स मिर्च का स्कोविल स्केल पर मूल्य 3 तीन मिलियन से ज्यादा है, जो इसे ज्यादा तीखी होने का मुख्य कारण बनाती है। पेपर एक्स मिर्ची का उपयोग मुख्य रूप से सॉस ,चटनी और मसालेदार खाने बनाने में किया जाता हैं। इसे खाने में इस्तेमाल करने से पहले बहुत सावधानी से बरतनी चाइये, क्योंकि इसके तीखेपन से जलन और असुविधा हो सकती हैं। इसका सही तरीके से इस्तेमाल स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हो सकता है।
त्रिनिदाद मोरूगा स्कॉर्पियन मिर्च दुनिया की तीखी मिर्चो में से एक हैं। ये त्रिनिदाद और टोबेगो क्षेत्र में पाई जाती हैं इसलिए इसका नाम मोरूगा स्कॉर्पियन पड़ा और इसका औसत स्कोविल मूल्य 1.2 मिलियन से 2 मिलियन के बीच होता है इसलिए इसका नाम मोरूगा स्कॉर्पियन पड़ा। इसके तीखेपन का असर बहुत तेज़ है और लम्बे समय तक रहता है। इसके बीज से इसे उगाया जा सकता है और लगभग 90 -100 दिनों के बिच में ये फल देने लगता है।
7 पॉट डॉग्ला मिर्ची त्रिनिदाद और टोबेगो में पैदा हुई है। ये मिर्ची त्रिनिदाद के दीप पर उगाई जाती है। त्रिनिदाद और टोबेगो केरिबियन सागर में स्थित एक द्वीप देश है और ये क्षेत्र अपनी अत्यधिक तीखी मिर्ची के लिए जाना जाता है। 7 पॉट डॉग्ला मिर्ची का नाम 7 पॉट इसलिए पड़ा क्योंकि माना जाता हैं की एक मिर्च 7 बर्तनों के भोजन को तीखा करने के लिए काफी होती है।
7 पॉट प्रीमो मिर्ची अमेरिका में पैदा हुई। इसे ट्रॉय प्राइमॉक्स ने विकसित किया था जो कि लुइसियाना, अमेरिका के रहने वाले हैं। उन्होंने 7 पॉट मिर्ची और भूत जाकोलिया मिर्ची के क्रॉस से इस मिर्ची को बनाया गया है।
नागा वाइपर का ‘नागा’ नाम भारत के नगालैंड, भारत की तीखी मिर्ची भूत जाकोलिया से मिला है ये मिर्ची कई मिर्चियों को मिलाकर बनाई गई है। इसमें भूत जाकोलिया त्रिनिदाद स्कॉर्पियन और नागा मोरिच मिर्ची शामिल है। ये मिर्च मुख्य तौर पर इंग्लैंड में विकसित की गई थी। इसे गोराल फाउलर ने पैदा किया था जो चिल्ली पेपर कंपनी के मालिक हैं। इसका औसत स्कोविल मूल्य 1.3 मिलियन से लेकर 1.4 तक होता हैं।
Updated on:
07 Jul 2024 12:45 pm
Published on:
07 Jul 2024 12:44 pm
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