
पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान और उनके बेटे (फोटो- पत्रिका ग्राफिक्स)
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) को जेल में दी जा रही प्रताड़नाएं अब एक वैश्विक मुद्दा बन गया है। इमरान का परिवार लंबे समय से उनकी स्थिति में सुधार के लिए संघर्ष कर रहा है लेकिन इसका कोई असर होता नहीं दिखाई दे रहा है। महीनों के संघर्ष के बाद अब परिवार भी टूटने लगा है और उनकी उम्मीदें बिखरने लगी हैं। इमरान के बेटों ने पिता की सुरक्षा और मानसिक स्थिति पर गहरी चिंता जताते हुए कहा है कि उन्हें डर है कि अब शायद दोबारा वह अपने पिता को कभी नहीं देख पाएंगे।
इमरान के बेटे कासिम और सुलेमान ईसा खान का कहना है कि उनके पिता को डेथ सेल के अंदर मानसिक प्रताड़नाएं दी जा रही हैं। कासिम और सुलेमान इमरान और उनकी पहली पत्नी जेमिमा गोल्डस्मिथ (Jemima Goldsmith) के बेटे हैं। दोनों ने एक इंटरव्यू के दौरान पिता की स्थिति पर चिंता जताते हुए यह बातें कही हैं। बेटों ने बताया कि उन्होंने कई महीनों से न तो इमरान को देखा है और न ही उनसे उनकी कोई बात हुई है। 2018 से 2022 तक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे PTI (पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ) पार्टी के फाउंडर इमरान खान अगस्त 2023 से रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं।
इमरान के छोटे बेटे कासिम के अनुसार उनके पिता को दो साल से भी अधिक समय से एकांत कैद में रखा जा रहा है। यहां उन्हें पीने के लिए गंदा पानी दिया जाता है और उनके आसपास ऐसे कैदी मौजूद हैं जो कि हेपेटाइटिस (एक गंभीर संक्रामक बीमारी) के चलते मर रहे हैं। इमरान जिस सेल में रहते हैं उसकी हालत बहुत खराब है और उन्हें किसी से भी मिलने या बात करने की इजाजत नहीं है। कासिम ने आगे कहा कि मेरे पिता को मानसिक प्रताड़ना दी जा रही है और उन्हें जेल के पहरेदारों तक से बात करने की इजाजत नहीं है।
इमरान के बेटे ने आगे कहा कि उन्हें बाहर निकालने का कोई रास्ता नहीं मिल रहा है। हम भरोसा बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन हालत दिन-प्रतिदिन बिगड़ते जा रहे है। हमें डर है कि अब हम शायद उन्हें फिर कभी नहीं देख पाएंगे। इमरान के बड़े बेटे सुलेमान ने जिस जेल में उनके पिता को रखा है, उसे डेथ सेल बताया है। सुलेमान ने आगे कहा, शुक्रवार को पाकिस्तानी सेना के एक प्रवक्ता ने घोषणा की है कि पूर्व पीएम खान को अब से आधिकारिक तौर पर पूरी तरह से आइसोलेशन में डाल दिया गया है। सुलेमान ने इसे अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकारों और कैदियों के लिए बनाए गए वैश्विक नियमों का उल्लंघन बताया है।
Published on:
17 Dec 2025 12:10 pm
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