24 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

ईरान पर फिर हमला करेगा इजरायल! नेतन्याहू ने बनाया ये बड़ा प्लान

इजरायल में अधिकारियों के बीच इस बात को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है कि ईरान अपने बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के तहत उत्पादन क्षमता का विस्तार कर रहा है

2 min read
Google source verification

भारत

image

Ashib Khan

Dec 20, 2025

israel iran,israel iran war,netanyahu on iran,

ईरान पर एक बार फिर इजरायल हमला कर सकता है। यह जानकारी एनबीसी न्यूज ने शनिवार को सूत्रों के हवाले से दी है। बताया जा रहा है कि इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू 29 दिसंबर को अमेरिकी राष्ट्रपति डोलान्ड ट्रंप से मुलाकात करने वाले हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बैठक के दौरान नेतन्याहू ईरान द्वारा अपने बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के विस्तार को लेकर ट्रंप को जानकारी देंगे और यह भी बताएंगे कि इस खतरे के खिलाफ कार्रवाई करना क्यों जरूरी है।

ट्रंप के सामने उठाएंगे मुद्दा

रिपोर्ट्स के मुताबिक इजरायल में अधिकारियों के बीच इस बात को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है कि ईरान अपने बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के तहत उत्पादन क्षमता का विस्तार कर रहा है। इसी आशंका के चलते इस मुद्दे को नेतन्याहू अमेरिकी राष्ट्रपति के सामने उठाएंगे। साथ ही ईरान पर दोबारा हमले की संभावनाओं पर भी चर्चा कर सकते हैं।

'ईरान की कार्रवाइयां पूरे क्षेत्र के लिए खतरा'

सूत्रों ने यह भी बताया कि नेतन्याहू ट्रंप के सामने अपनी बात रखते हुए यह तर्क देंगे कि ईरान की कार्रवाइयां न केवल इजरायल बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए खतरा हैं, जिसमें अमेरिकी हित भी शामिल हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि इजरायली पीएम राष्ट्रपति ट्रंप के सामने ईरान के खिलाफ किसी भी संभावित नए सैन्य अभियान में अमेरिका की भागीदारी या सहायता के विकल्प भी प्रस्तुत करेंगे।

युद्ध में ईरान को हुआ था नुकसान

बता दें कि इस साल ईरान और इजरायल के बीच करीब दो हफ्ते तक भीषण युद्ध (israel iran war) चला था, जिसमें इजरायल ने ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को गंभीर नुकसान पहुंचाया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजरायल के अधिकारी इस बात को लेकर चिंतित हैं कि जून महीने में युद्ध के दौरान हमलों में नष्ट हुए ईरान के परमाणु ठिकानों के पुनर्निर्माण की कोशिशें तेहरान द्वारा की जा रही हैं।