
इटली सड़क हादसे में दो भारतीयों की मौत। (सांकेतिक फोटो: एएनआई.)
Indian deaths in Italy accident: इटली के ग्रोसेटो के पास एक सड़क दुर्घटना (Grosseto accident) में नागपुर के दो भारतीय नागरिकों की मौत (Indian deaths in Italy accident) हो गई है। इस दुखद घटना पर भारत के इटली स्थित दूतावास ने गहरा शोक जताया है। दूतावास (Indian embassy Italy) ने सोशल मीडिया पर लिखा कि वे परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएँ व्यक्त करते हैं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं। साथ ही, दूतावास ने कहा कि वह परिवार के साथ लगातार संपर्क में हैं और उनकी हर संभव मदद कर रहा है। दुर्घटना में घायल हुए अन्य रिश्तेदारों को भी चिकित्सकीय देखभाल दी जा रही है। इटली की स्थानीय प्रशासन और दूतावास के बीच तालमेल बना हुआ है ताकि पीड़ित परिवार को आवश्यक सहायता मिल सके। यह दुखद हादसा (Italian road accident) पिछले कुछ महीनों में इटली में भारतीय नागरिकों से जुड़ी दुखद घटनाओं की श्रृंखला का हिस्सा है।
ध्यान रहे कि इससे पहले, जून 2024 में लैटिना शहर के पास एक अन्य भारतीय मजदूर सतनाम सिंह की एक खेत दुर्घटना में मृत्यु हुई थी। सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए थे, उनका हाथ कट गया था, लेकिन उन्हें उचित समय पर अस्पताल नहीं पहुंचाया गया। इसके बजाय उन्हें उनके घर के पास ही छोड़ दिया गया था। इस मामले ने काफी ध्यान आकर्षित किया और स्थानीय अधिकारियों तथा भारतीय दूतावास के बीच सक्रिय संपर्क जारी रहा।
सिंह की मौत को लेकर इटली के श्रम मंत्री मरीना काल्डेरोन ने संसद में इसे बर्बरतापूर्ण घटना करार दिया और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया। फ़्लाई सीजीआईएल ट्रेड यूनियन ने आरोप लगाया कि नियोक्ता ने घायल मजदूर की मदद करने की बजाय उसे छोड़ दिया। स्थानीय अधिकारियों ने जब इस बात की जानकारी पाई तो एयर एम्बुलेंस भेजी गई, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।
भारतीय दूतावास ने दुख व्यक्त करते हुए परिवारों के प्रति संवेदना जताई और कहा कि वे हर तरह से पीड़ितों की मदद के लिए तत्पर हैं। सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर लोगों ने गहरा शोक जताया और इटली में प्रवासी भारतीयों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए।
दूतावास और स्थानीय प्रशासन अब इस घटना की जांच कर रहा है, ताकि आगे से ऐसी दुर्घटनाओं को रोका जा सके। साथ ही प्रवासी मजदूरों के बेहतर स्वास्थ्य और सुरक्षा उपायों को लागू करने की दिशा में कदम उठाए जाएंगे।
इस घटना पर इटली की वामपंथी डेमोक्रेटिक पार्टी ने भी कड़ी आलोचना की और इसे उस क्षेत्र में प्रवासी मजदूरों के प्रति असंवेदनशीलता बताया। उनका कहना है कि यह "सभ्यता की हार" है कि ऐसे लोग जो देश की अर्थव्यवस्था में योगदान देते हैं, उन्हें इतनी अनदेखी का सामना करना पड़ता है।
जानकारी के अनुसार इटली में लगभग 1.2 लाख से 1.5 लाख भारतीय रहते हैं। ये भारतीय प्रवासी मुख्य रूप से विभिन्न क्षेत्रों में काम करते हैं, जैसे कृषि, निर्माण, सेवा क्षेत्र, स्वास्थ्य सेवा, और व्यापार। खासकर रोम, मिलान, फ्लोरेंस, और नेपल्स जैसे बड़े शहरों में भारतीय समुदाय की अच्छी खासी तादाद है।
बहरहाल इटली में काम कर रहे भारतीय प्रवासी मजदूर कई बार कठिनाइयों का सामना करते हैं। सुरक्षा मानकों की कमी और समय पर मदद न मिलना, ऐसे हादसों को जन्म देता है। इस मामले ने प्रवासी श्रमिकों के अधिकारों और उनके सुरक्षित कार्य वातावरण की जरूरत को फिर से उजागर किया है। (एएनआई)
Updated on:
25 Oct 2025 06:09 pm
Published on:
03 Oct 2025 06:25 pm
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