
Jemima Goldsmith defends former husband Imran Khan : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) इस समय अपने राजनीतिक जीवन (Pakistan Politics) के सबसे कठिन दौर से गुजर रहे हैं। पाकिस्तान की जेल में बंद इमरान खान (PTI Chairman) कानूनी दांव-पेच और सरकारी सख्ती का सामना कर रहे हैं। ऐसे में जब उनके अपने मुल्क में कई करीबी साथ छोड़ गए हैं, सात समंदर पार लंदन से एक आवाज उनके हक में बुलंद हुई है। यह आवाज है उनकी पूर्व पत्नी जेमिमा गोल्डस्मिथ (Jemima Goldsmith) की।
जेमिमा ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि भले ही उनका और इमरान का वैवाहिक रिश्ता वर्षों पहले टूट गया हो, लेकिन आपसी सम्मान और मानवता का रिश्ता आज भी कायम है। उन्होंने इमरान खान की हिमायत करते हुए पाकिस्तान सरकार और सिस्टम को आईना दिखाया है।
जेमिमा गोल्डस्मिथ ने सोशल मीडिया और सार्वजनिक मंचों के माध्यम से इमरान खान के प्रति हो रहे व्यवहार पर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने इमरान खान के साहस की तारीफ करते हुए कहा कि "उन्हें तोड़ा नहीं जा सकता।"
जेमिमा ने कहा, "इमरान खान केवल एक राजनेता नहीं हैं, वह मेरे बच्चों के पिता भी हैं। उन्हें जिस तरह से जेल में रखा गया है और जिस तरह से उन्हें उनके परिवार और बेटों (सुलेमान और कासिम) से बात करने से रोका जा रहा है, यह मानवाधिकारों का उल्लंघन है। आप किसी व्यक्ति को कैद कर सकते हैं, लेकिन उसकी विचारधारा और हौसले को कैद नहीं कर सकते।"
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान भी इस ओर खींचा कि कैसे पाकिस्तान में लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है और सबसे लोकप्रिय नेता को फर्जी मुकदमों में फंसाया जा रहा है। जेमिमा ने साफ तौर पर कहा कि वे चुप नहीं बैठेंगी, क्योंकि यह मामला अब राजनीति से ऊपर उठकर 'इंसाफ' का हो गया है।
जेमिमा और इमरान खान का तलाक 2004 में हो गया था, लेकिन जेमिमा ने कभी भी इमरान खान के खिलाफ कोई कड़वा शब्द नहीं बोला। इसके विपरीत, जब भी इमरान खान पर मुसीबत आई, जेमिमा सबसे पहले उनके बचाव में खड़ी नजर आईं। ताजा बयान में उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इमरान खान एक फाइटर हैं। उन्होंने पाकिस्तान की मौजूदा सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि डराने-धमकाने की राजनीति ज्यादा दिन नहीं चलती। जेमिमा का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब इमरान खान की पार्टी पीटीआई (PTI) पर लगातार क्रैकडाउन चल रहा है।
जेमिमा गोल्डस्मिथ के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर उनकी जम कर तारीफ हो रही है। पाकिस्तान के सोशल मीडिया यूजर्स और पीटीआई समर्थक उन्हें "असली वफादार" बता रहे हैं।
एक यूजर ने लिखा: "जेमिमा पाकिस्तान की बेटी नहीं थीं, फिर भी उन्होंने इस मुल्क और इमरान से जो वफा निभाई है, वह मिसाल है।"
दूसरे ने लिखा: "मुश्किल वक्त में ही अपनों की पहचान होती है। खून के रिश्ते डर गए, लेकिन जेमिमा डटी रहीं।"
जेमिमा ने अपने बयान में अपने दोनों बेटों 'सुलेमान और कासिम'का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि उनके बेटे अपने पिता की सुरक्षा के लिए बेहद चिंतित हैं। उन्हें अपने पिता से संपर्क करने में जो बाधाएं आ रही हैं, वह एक परिवार के तौर पर उनके लिए पीड़ादायक है। जेमिमा ने मांग की है कि इमरान खान को जेल में बुनियादी मानवीय अधिकार मिलें और अपने परिवार से बात करने की अनुमति दी जाए।
बहरहाल, जेमिमा गोल्डस्मिथ का यह कदम न केवल इमरान खान के लिए नैतिक समर्थन है, बल्कि यह पाकिस्तान की मौजूदा सरकार पर अंतरराष्ट्रीय दबाव भी बनाता है। इमरान खान की पूर्व पत्नी का यह बेबाक अंदाज बताता है कि सियासी रंजिशों के बीच भी कुछ रिश्ते और वफादारी सियासत से कहीं ऊपर होते हैं। अब देखना यह है कि जेमिमा की इस अपील का पाकिस्तान के शासकों पर क्या असर होता है।
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Updated on:
17 Dec 2025 02:20 pm
Published on:
17 Dec 2025 02:19 pm
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