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शख्स ने खुद को जहरीले सांपों से 200 से ज़्यादा बार कटवाया, फिर भी नहीं हुई मौत

एक शख्स ने खुद को 200 से ज़्यादा बार जहरीले सांपों से कटवाया। इसके बावजूद उसकी मौत नहीं हुई? क्या है पूरा मामला? आइए जानते हैं।

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भारत

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Tanay Mishra

Jun 10, 2025

Tim Friede with snakes

Tim Friede with snakes (Photo - Washington Post)

दुनिया में लोगों के अलग-अलग शौक होते हैं। कुछ शौक तो ऐसे होते हैं जिनके बारे में जानकर लोगों को काफी हैरानी हो सकती है। इसी तरह का एक शौक है खुद को जहरीले सांपों से कटवाना, जो अमेरिका के एक शख्स को है। पढ़कर हैरानी होगी, लेकिन यह पूरी तरह से सच है। दुनिया में एक ऐसा भी शख्स है जो खुद को अपनी इच्छा से जहरीले सांपों से कटवाता है। इससे भी ज़्यादा हैरान करने वाली बात यह है कि खुद को जहरीले सांपों से कटवाने के बावजूद भी इस शख्स की मौत नहीं हुई है।

कौन है खुद को सांपों से कटवाने वाला शख्स?

अमेरिका (United States Of America) के विस्कॉन्सिन (Wisconsin) राज्य के छोटे से शहर टू रिवर्स (Two Rivers) में रहने वाला टिम फ़्रीड (Tim Friede) वो शख्स है, जो खुद को जहरीले सांपों से कटवाता है। टिम खुद के ही घर में यह काम करता है और ऐसा उसने कई सालों तक किया।

क्या है टिम की कहानी?

अमेरिका में हुए 9/11 आतंकी हमले के बाद टिम को काफी बुरा लगा रहा था। इसलिए वह अपने बेसमेंट में गया और दुनिया के दो सबसे ख़तरनाक सांपों से खुद को कटवा लिया। इस वजह से टिम कोमा में चले गया और चार दिन बाद कोमा से जागा। हालांकि इसके बावजूद भी टिम ने हार नहीं मानी। साल 2000 से 2018 तक टिम ने खुद को 200 से ज़्यादा बार जहरीले सांपों से कटवाया। इतना ही नहीं, उसने अपने शरीर में 650 से ज़्यादा बार सांपों का ज़हर भी इंजेक्ट किया।

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क्यों किया टिम ने ऐसा?

टिम ने खुद को सांपों से इसलिए कटवाया क्योंकि वह ज़हर के प्रति पूरी तरह से प्रतिरोधक क्षमता हासिल करना चाहता था। इसे मिथ्रिडैटिज़्म कहते हैं जिसे घर पर नहीं आज़माना चाहिए क्योंकि यह काफी खतरनाक होता है। कुछ सालों तक खुद को सांपों से कटवाने के बाद टिम को लगने लगा कि वह एक बेहतर तरह के एंटीवेनम का आधार बन सकता है।

क्या हो सकती है एंटीवेनम की खोज?

कुछ ही समय पहले आई एक रिसर्च से पता चला कि टिम के खून में मौजूद एंटीबॉडी कई तरह के सांपों के जहर से सुरक्षा प्रदान करते हैं। इससे वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि एंटीवेनम की खोज हो सकती है। वर्तमान में अधिकांश एंटीवेनम दुनिया के 600 विषैले सांपों में से सिर्फ एक या कुछ को ही कवर करते हैं। हालांकि पिछले 125 वर्षों में एंटीवेनम बनाने के तरीके में बहुत कम बदलाव आया है, लेकिन वैज्ञानिक इस पर काम कर रहे हैं।


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