
ट्लाटेलोल्को मार्च में गाजा का गुस्सा दिखा। (फोटो: X Handle Milenio.)
Tlatelolco Massacre March: मेक्सिको सिटी में हर साल 2 अक्टूबर को 1968 के ट्लाटेलोल्को नरसंहार की याद में मार्च (Tlatelolco Massacre March) निकाला जाता है। इस बार गुरुवार को हुए मार्च में गाजा में मानवीय संकट को खत्म करने की मांग जोर-शोर से उठी। प्रदर्शनकारी न सिर्फ 1968 में मारे गए छात्रों को याद कर रहे थे, बल्कि गाजा में इजरायल के सैन्य अभियानों के खिलाफ भी आवाज बुलंद कर रहे थे। मार्च में फिलिस्तीनी झंडे और युद्धविराम के नारे प्रमुख थे। इधर 23 साल के छात्र एडगर लोपेज, जिन्होंने फिलिस्तीनी झंडा लहराया, ने कहा, "हम अपने इतिहास की पीड़ा को याद करते हैं, लेकिन गाजा में हो रही हिंसा (Gaza Solidarity Mexico) भी हमें दुख देती है। हम दुनिया भर के उन लोगों के साथ हैं जो अन्याय झेल रहे हैं।" यह मार्च (Mexico City Protests) ट्लाटेलोल्को प्लाजा से शुरू हुआ, जहां 1968 (1968 Tlatelolco Anniversary) में मैक्सिकन सेना ने सैन्यीकरण खत्म करने की मांग कर रहे छात्रों पर हमला किया था, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए थे। इस मार्च का इस्तेमाल मेक्सिको में लापता लोगों और सत्ता के दुरुपयोग के खिलाफ भी आवाज उठाने के लिए होता है।
अधिकारियों का कहना है कि मार्च में करीब 10,000 लोग शामिल हुए। ज्यादातर प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा, लेकिन कुछ लोगों ने दुकानों में तोड़फोड़ की और राष्ट्रीय पैलेस के बाहर तैनात पुलिस पर मोलोटोव कॉकटेल फेंके। स्थानीय पुलिस ने बताया कि करीब 350 नकाबपोश लोग हिंसक गतिविधियों में शामिल थे। इस दौरान तीन पत्रकारों पर हमले हुए और एक पुलिसकर्मी को प्रदर्शनकारियों ने घेरकर मारपीट की। कम से कम छह पुलिसकर्मी घायल हुए, हालांकि आधिकारिक पुष्टि अभी बाकी है।
मार्च से एक रात पहले मेक्सिको सिटी में गाजा के लिए एक छोटा विरोध प्रदर्शन हुआ था। यह तब शुरू हुआ, जब इजराइल ने मानवीय सहायता ले जा रहे एक जहाज के छह मैक्सिकन नागरिकों को हिरासत में लिया। मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने इन नागरिकों की तुरंत रिहाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से उठा रही है।
यह मार्च मेक्सिको के इतिहास और वैश्विक मुद्दों के बीच एक सेतु बन गया। प्रदर्शनकारियों ने न सिर्फ अपने देश के अतीत को याद किया, बल्कि गाजा में चल रहे संकट के लिए भी एकजुटता दिखाई। यह दिखाता है कि मेक्सिको के युवा वैश्विक अन्याय के खिलाफ भी संवेदनशील हैं।
ट्लाटेलोल्को मार्च का गाजा संकट से जुड़ना दिखाता है कि मेक्सिको के युवा वैश्विक मुद्दों से गहराई से जुड़े हैं। हिंसा चिंताजनक है, लेकिन यह एकता की ताकत भी दिखाती है।
क्या मैक्सिकन सरकार गाजा में हिरासत में लिए गए नागरिकों की रिहाई सुनिश्चित कर पाएगी? मार्च के बाद हिंसा पर क्या कार्रवाई होगी, यह देखना होगा।
बहरहाल यह मार्च वैश्विक स्तर पर युवाओं के बढ़ते सामाजिक-राजनीतिक जागरूकता का हिस्सा है, जैसे मोरक्को और नेपाल में जेन Z के हालिया आंदोलन। मेक्सिको का यह प्रदर्शन वैश्विक एकजुटता का प्रतीक बन सकता है।
Published on:
03 Oct 2025 12:37 pm
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