बांग्लादेश (Bangladesh) में चल रही राजनीतिक उथलपुथल अभी भी थमी नहीं है। देश में काफी अस्थिरता फैली हुई है जिस वजह से अराजकता का माहौल छाया हुआ है। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के लीडर मुहम्मद यूनुस (Muhammad Yunus) की भी मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। देश में कई राजनीतिक दल उनके खिलाफ हो गए हैं। यूनुस पर बांग्लादेश में चुनाव कराने का दबाव बनाया जा रहा है, जिसके चलते उन्हें अप्रैल 2026 में चुनाव का ऐलान करना पड़ा। हालांकि इससे उन्हें कुछ ख़ास राहत नहीं मिली है, क्योंकि बांग्लादेश में बड़ी संख्या में सरकारी कर्मचारी यूनुस का विरोध कर रहे हैं। इतना ही नहीं, देश में महंगाई भी बढ़ रही है जिससे जनता परेशान है। बांग्लादेश में बढ़ रही परेशानियों के लिए यूनुस को ज़िम्मेदार ठहराया जा रहा है। ऐसे में यूनुस ने भारत के खिलाफ एक 'साजिश' रची।
यूनुस ने बांग्लादेश में अपने खिलाफ बढ़ रहे विरोध को खत्म करने के लिए भारत () के खिलाफ 'साजिश' रची थी। यूनुस का प्लान था कि वह भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर तनाव पैदा कर देंगे। इससे कुछ समय के लिए भारत और बांग्लादेश की सेनाओं के बीच झड़पें शुरू हो जाती।
यूनुस की मंशा थी कि भारत और बांग्लादेश के बीच बॉर्डर पर तनाव पैदा होने से देश की जनता का ध्यान बांग्लादेश की घरेलू समस्याओं से हट जाता। इससे लोग भारत-बांग्लादेश के मुद्दे पर यूनुस के साथ हो जाते और यूनुस को बिना चुनाव कराए सत्ता पर बने रहने का मौका मिल जाता।
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यूनुस का यह प्लान उनकी ही सेना ने फेल कर दिया। यूनुस का यह प्लान जैसे ही बांग्लादेशी सेना के चीफ वकार-उज-जमान को पता चला, वैसे ही उन्होंने सेना के अन्य सीनियर अधिकारियों से इस बारे में चर्चा की और सभी ने इस प्लान की कड़े शब्दों में निंदा की। उन्होंने तुरंत ही यूनुस के पास यह संदेश भेजा कि सेना इस तरह का कोई भी काम नहीं करेगी, जिससे भारत के साथ बॉर्डर पर तनाव पैदा हो। जमान ने साफ कर दिया कि भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर इस तरह की कोई भी हरकत तुरंत ही काबू से बाहर हो सकती है, जिसका खामियाजा बांग्लादेश को ही चुकाना पड़ेगा। इतना ही नहीं, जमान ने यह भी बताया कि बांग्लादेश की सेना में इतनी ताकत नहीं है कि वो भारत से पंगा ले सके।
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Published on:
10 Jun 2025 02:23 pm