6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

पाकिस्तानी सेना ने दो बलूच नागरिकों की किडनैपिंग के बाद की हत्या, भड़का विरोध

पाकिस्तानी सेना के बलूच नागरिकों पर अत्यचार करने के मामले किसी से भी छिपे नहीं हैं। अब पाकिस्तानी सेना के दो और बलूच नागरिकों की हत्या करने का मामला सामने आया है।

2 min read
Google source verification

भारत

image

Tanay Mishra

Jun 12, 2025

Baloch people

Baloch people (Photo - IANS)

बलूचिस्तान (Balochistan) में चल रही उथल-पुथल किसी से भी छिपी नहीं है। हालांकि अब बलूच नेता, विद्रोहियों और जनता के विरोध की वजह से बलूचिस्तान, पाकिस्तान (Pakistan) के गले की फांस बन चुका है। दरअसल लंबे समय से पाकिस्तानी सरकार बलूचों की उपेक्षा करती आई है। इतना ही नहीं, पाकिस्तानी सेना के निर्देश पर बलूचों का अपहरण और हत्या जैसे मामले भी अक्सर ही देखे जाते हैं। ऐसा ही एक और मामला अब देखने को मिला है।

दो बलूच नागरिकों की किडनैपिंग के बाद की हत्या

बलूच नेशनल मूवमेंट के मानवाधिकार निकाय पांक ने गुरुवार को जानकारी दी कि बलूचिस्तान के अवारन जिले के मशकई में पाकिस्तानी सेना ने कुछ समय पहले दो बलूच नागरिकों को जबरन किडनैप कर लिया थागायब किए गए दो और पीड़ितों की न्यायेतर हत्या की कड़ी निंदा की। 11 जून को दोनों जो हत्या कर दी गई। पीड़ितों के नाम अली मुहम्मद और निज़ार बताया जा रहा है। सेना ने कुछ महीने पहले अलग-अलग दोनों को किडनैप कर लिया था और 11 जून को उनकी हत्या करके उनके शवों को एक अस्पताल में फेंक दिया।

किडनैपिंग और हत्या की निंदा

बलूच नेशनल मूवमेंट के मानवाधिकार निकाय पांक ने अली मुहम्मद और निज़ार की किडनैपिंग और हत्या की कड़े शब्दों में निंदा की है। पांक ने यह भी कहा कि ये घटनाएं बलूचिस्तान में जबरन गायब किए जाने और उसके बाद हत्याओं के निरंतर पैटर्न को उजागर करती हैं। इन हत्याओं के बाद मशकई में पाकिस्तानी सेना के खिलाफ विरोध भड़क उठा है। लोग अली मुहम्मद और निज़ार को न्याय देने की मांग कर रहे हैं।

यह भी पढ़ें- ईरान में मिलिट्री ऑपरेशन के लिए पूरी तरह तैयार इज़रायल, क्या छिड़ेगा एक और युद्ध?

मामले की जांच और अपराधियों को जवाबदेह ठहराने की मांग

मानवाधिकार निकाय पांक ने दोनों हत्याओं को अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार कानूनों का घोर उल्लंघन बताया। साथ ही अंतर्राष्ट्रीय निकायों से इन हत्याओं की जांच करने और अपराधियों को जवाबदेह ठहराने की मांग भी की।

बलूच चाहते हैं आज़ाद बलूचिस्तान

बलूच एक आज़ाद बलूचिस्तान चाहते हैं। बलूच नेता, बलूचिस्तान के पाकिस्तान से आज़ाद होने का ऐलान कर चुके हैं और अब दुनियाभर के देशों से उन्हें एक आज़ाद देश के तौर पर मान्यता देने की मांग कर रहे हैं। इतना ही नहीं, बलूच विद्रोहियों ने बलूचिस्तान के के सुराब (Surab) शहर पर पूरी तरह से कब्ज़ा कर लिया है। साथ ही राजधानी क्वेटा (Quetta) के साथ मस्तुंग (Mustang) में भी कई इलाकों पर कब्ज़ा कर लिया है।

यह भी पढ़ें- ट्रंप ने मस्क की माफी को किया स्वीकार, इस शख्स की पहल से सुधरी बिगड़ी हुई बात