26 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

पाकिस्तान की खुली पोल, आतंकियों को ट्रेनिंग देने की बात खुद आतंकी ने कबूली

इस्लामिक स्टेट खोरासान प्रांत के एक आतंकी ने पाकिस्तान की पोल खोल दी है। क्या है पूरा मामला? आइए नज़र डालते हैं।

2 min read
Google source verification

भारत

image

Tanay Mishra

Oct 31, 2025

ISIS terrorists

ISIS terrorists (Representational Photo)

पाकिस्तान (Pakistan) और अफगानिस्तान (Afghanistan) के बीच चल रहा तनाव किसी से छिपा नहीं है। पाकिस्तानी सेना और तालिबान (Taliban) लड़ाकों में बॉर्डर पर हुई झड़पों के बाद अब दोनों देशों में एक बार फिर सीज़फायर पर सहमति बन गई है। हालांकि इसके बावजूद दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति कम नहीं हुई है। इसी बीच अफगानिस्तान में सुरक्षा बलों ने आईएसआईएस-के (ISIS-K) - इस्लामिक स्टेट खोरासान प्रांत (Islamic State – Khorasan Province) के एक पाकिस्तानी आतंकी को गिरफ्तार किया है, जिसका नाम सईदुल्लाह बताया जा रहा है। पूछताछ के दौरान सईदुल्लाह ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।

पाकिस्तान की खुली पोल

पूछताछ के दौरान सईदुल्लाह ने पाकिस्तान की पोल खोल दी है। सईदुल्लाह ने बताया कि पाकिस्तान के क्वेटा और पेशावर में इस्लामिक स्टेट के आतंकियों को ट्रेनिंग देने के लिए आतंकी ठिकाने हैं। इन ठिकानों में पाकिस्तान, आतंकियों को ट्रेनिंग देता है, जो जिहाद के नाम पर क्षेत्रीय आतंकवाद को बढ़ाने का काम करते हैं। हालांकि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब आतंकवाद को बढ़ाने और आतंकियों को ट्रेनिंग देने के मामले में पाकिस्तान की पोल खुली है। पहले भी कई मौकों पर पाकिस्तान के आतंकी सच का पर्दाफाश हो चुका है।

इस्लाम के नाम पर किया जाता है ब्रेनवॉश

सईदुल्लाह ने बताया कि पाकिस्तान में कई मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों का छोटी उम्र से ही इस्लाम के नाम पर ब्रेनवॉश किया जाता है। सईदुल्लाह खुद भी पेशावर के एक मदरसे में पढ़ता था, जो लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा था। उस मदरसे में उसे इस्लामिक स्टेट की विचारधारा से परिचित कराया गया और उसका ब्रेनवॉश किया गया। ऐसा आतंकी संगठनों के मदरसों में पढ़ने वाले हर बच्चे के साथ किया जाता है।

ट्रेनिंग के बाद जिहाद के लिए भेजा जाता है

इन बच्चों का ब्रेनवॉश करने के बाद उन्हें आतंकी बनने की ट्रेनिंग दी जाती है। उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार किया जाता है। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद जिहाद के लिए अलग-जगहों के लिए भेज दिया जाता है। सईदुल्लाह को इसी मकसद से अफगानिस्तान भेजा गया। फर्जी पहचान पत्र बनाकर सईदुल्लाह को अफगानिस्तान में एंट्री करवाई गई, जहाँ उसे (इस्लामिक स्टेट खोरासान प्रांत से जुडी आतंकी गतिविधयों को अंजाम देने का मिशन सौंपा गया। हालांकि इस दौरान वह पकड़ा गया और पूछताछ के दौरान उसने पाकिस्तान की पूरी पोल खोल दी।