
Pakistani beggar (Photo - ANI)
इंटरनेशनल लेवल पर पाकिस्तान की बेइज्जती काफी सामान्य बात हो गई है। अलग-अलग मामलों में अक्सर ही पाकिस्तान की बेइज्जती हो जाती है। पाकिस्तान को समय-समय पर अपने भिखारियों के चलते भी बेइज्जती का सामना करना पड़ता है। पढ़कर मन में सवाल आना स्वाभाविक है कि ऐसा कैसे? दरअसल पाकिस्तान से बड़ी संख्या में लोग गरीबी के चलते सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, कतर, ओमान, इराक जैसे देशों में जाकर भीख मांगते हैं। सऊदी अरब ने तो इस मामले में पाकिस्तान को लताड़ भी लगाई थी कि हज के नाम पर वीज़ा लेकर कई पाकिस्तानी वहाँ भीख मांगते हैं। ऐसे देशों ने भी अब पाकिस्तानी भिखारियों के खिलाफ एक्शन लेना शुरू कर दिया है।
सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, कतर, ओमान, इराक जैसे देशों ने पाकिस्तानी भिखारियों को डिपोर्ट करना शुरू कर दिया है। सऊदी अरब ने तो पिछले साल से ही पाकिस्तानी भिखारियों को अपने देश से निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। इससे पाकिस्तान की काफी फजीहत भी हो रही है, क्योंकि हज़ारों की संख्या में पाकिस्तानी भिखारियों को डिपोर्ट किया जा रहा है।
एक इंटरनेशनल रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हो चुका है कि गल्फ देशों में जितने भिखारी पकड़े जाते हैं, उनमें से 90% पाकिस्तानी होते हैं। ऐसे में अब इन देशों की तरफ से पाकिस्तानी नागरिकों को आसानी से वीज़ा भी नहीं मिलता।
भिखारियों की वजह से पाकिस्तान की जो बेइज्जती हो रही है, वो पाकिस्तानी पीएम शहबाज़ शरीफ को पसंद नहीं आ रही है। इसी वजह से अब उनकी सरकार ने इस मामले में बड़ा फैसला लिया है। शहबाज़ सरकार ने दूसरे देशों से डिपोर्ट किए गए अपने भिखारियों का पासपोर्ट कैंसिल करने, उन पर 5 साल तक दूसरे देशों की यात्रा करने पर रोक लगाने और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का सख्त कदम उठाया है।
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Updated on:
09 Jun 2025 04:15 pm
Published on:
09 Jun 2025 04:14 pm
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